उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने बनारस हिंदू विश्वविद्यालय में ‘वास्तु वनस्पति विज्ञान’ पुस्तक का किया विमोचन

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समग्र समाचार सेवा
वाराणसी, 21 अप्रैल। जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने आज गुरुवार को उत्तर प्रदेश के वाराणसी में बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) के मालवीय मूल अनुशीलन केंद्र में डॉ कुंवर साहनी द्वारा लिखित पुस्तक ‘वास्तु वनस्पति विज्ञान- खंड: 1’ का विमोचन किया।

डॉ कुंवर साहनी ‘काशी अकादमी फॉर होलिस्टिक इनोवेशन’ के संस्थापक हैं। ‘वास्तु वनस्पति विज्ञान’ पुस्तक की स्थापना ‘काशी अकादमी फॉर होलिस्टिक इनोवेशन’ के तहत की गई है।

इस अवसर पर एलजी मनोज सिन्हा ने दुनिया के साथ पौधों का विस्तृत स्व-सहायता विवरण फैलाने के लिए इस अभिनव विषय के साथ आने के लिए डॉ कुंवर साहनी पुस्तक के लेखक की सराहना की। सिन्हा जी ने कहा कि यह बड़े सम्मान की बात है कि मालवीय जी के बनारस हिंदू विश्वविद्यालय में इस पुस्तक का विमोचन हो रहा है।

अपने छात्र दिनों को याद करते हुए, एलजी सिन्हा ने कहा कि वह बनारस हिंदू विश्वविद्यालय के आभारी हैं कि उन्होंने उनमें महान जीवन मूल्यों को स्थापित किया।

सिन्हा ने आगे ‘काशी एकेडमी फॉर होलिस्टिक इनोवेशन’ की सराहना की और कहा कि यह गुप्त भारतीय विज्ञान को पुनर्जीवित करने और उन्हें नवाचार और शिक्षण के माध्यम से मुख्यधारा में लाने का एक उत्कृष्ट प्रयास है।

एलजी सिन्हा ने कहा कि आज के समय में जब हम तेजी से विकास के साथ ऊंचाइयों पर पहुंच रहे हैं, हमें पारंपरिक मूल्यों को भी बरकरार रखना चाहिए। उन्होंने कहा कि ‘वास्तु वनस्पति विज्ञान’ पुस्तक इस बात को प्रचारित करने का एक ऐसा प्रयास है कि कैसे पौधे एक वरदान हैं और उन्हें सही तरीके से लगाया जाना चाहिए। उन्होंने आशा व्यक्त की कि पुस्तक पढ़ने से हर पीढ़ी लाभान्वित होगी।

कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में उत्तर प्रदेश के स्टाम्प एवं निबंधन मंत्री रवींद्र जायसवाल भी शामिल हुए।

पुस्तक विमोचन समारोह में काशी अकादमी फॉर होलिस्टिक इनोवेशन के अध्यक्ष सुधीर मिश्रा भी अन्य गणमान्य व्यक्तियों के साथ उपस्थित थे।

कार्यक्रम का संचालन हिमांशु राय ने किया।

‘वास्तु वनस्पति विज्ञान’ पुस्तक इस बात का विस्तृत स्व-सहायता विवरण है कि कैसे पौधे एक वरदान हैं और लाभ को अधिकतम करने के लिए उन्हें सही दिशा में लगाया जाना चाहिए। घर के बगीचों की गुप्त ऊर्जा का खुलासा एक वास्तु पेशेवर के अपने स्वयं के निवेशित वैज्ञानिक अनुसंधान के आधार पर किया गया है। प्रत्येक पौधा एक विशिष्ट ज्योतिषीय ग्रह के प्रतिनिधि के रूप में अद्वितीय है; इस अध्ययन में चर्चा की गई है कि ज्योतिष, वास्तु, कर्मकांड और अन्य तकनीकों के माध्यम से समाज को लाभ पहुंचाने के लिए इसका उपयोग कैसे किया जा सकता है।

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