समग्र समाचार सेवा
लखनऊ, 21 अप्रैल। डॉक्टर बनने के लिए सिर्फ अभी तक नीट की परीक्षा पास करना जरुरी था, लेकिन अब मेडिकल से जुड़े और भी कई जरुरी कोर्स के लिए नीट परीक्षा का स्कोर जरुर हो गया है। यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ ने नीट परीक्षा, पैरामेडिकल स्टाफ व यूपी में रोजगार के संबंध में कुछ जरूरी निर्देश जारी किए हैं। इससे प्रदेश में रोजगार के अवसर बढ़ेंगे और मेडिकल की पढ़ाई करने वाले स्टूडेंट्स का भविष्य उज्ज्वल होगा। चलिए जानते हैं सीएम योगी मेडिकल कोर्स, नीट परीक्षा व पैरामेडिकल स्टाफ के संबंध में क्या नए निर्देश जारी किए हैं।
नीट स्कोर के आधार पर मिलेगा एडमिशन
जनरल नर्सिंग एवं मिडवाइफरी (जीएनएम) व बीएससी नर्सिंग कोर्स में दाखिले के लिए नीट परीक्षा का स्कोर अनिवार्य कर दिया गया है। इसका मतलब है कि इन मेडिकल कोर्स की पढ़ाई करने के इच्छा रखने वाले स्टूडेंट्स को भी नीट परीक्षा में शामिल होकर अपनी योग्यता साबित करनी होगी। इसके साथ ही हर राजकीय मेडिकल कॉलेज में स्किल लैब स्थापित करने के भी निर्देश दिए हैं।
राज्य में निकलेंगी हजारों भर्तियां
यूपी सीएम योगी ने पैरामेडिकल स्टाफ को स्वास्थ्य व्यवस्था की रीढ़ बताया है। कोविड काल में सभी इसका महत्व समझ चुके हैं। इसी जरूरत को ध्यान में रखते हुए यूपी में अगले 6 महीने में 10,000 पैरामेडिकल स्टाफ की नियुक्ति की जाएगी। नौकरी के लिए भर्ती प्रक्रिया शुरू करने को लेकर स्वास्थ्य विभाग को निर्देश दिए जा चुके हैं।