समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 7 मई। दिल्ली भाजपा के नेता तजिंदर पाल सिंह बग्गा ने शनिवार को दावा किया कि पंजाब पुलिस ने बड़ी संख्या में उनके घर में घुसकर उन्हें इस तरह गिरफ्तार कर लिया था “जैसा कि वे किसी आतंकवादी के साथ करते हैं”। बग्गा ने आज सुबह इस पर बात करते हुए सिलसिलेवार ढंग से अपनी गिरफ्तारी का पूरा वाकया सुनाया।
मुझे कोई वारंट नहीं दिखाया गया
उन्होंने कहा कि मुझे कोई वारंट नहीं दिखाया गया। जब लगभग आठ लोगों ने मुझे उठाया, तो मैंने उनसे कहा कि मुझे मेरी पगड़ी बांधने दो। उन्होंने मुझे पगड़ी और चप्पल पहनने का मौका भी नहीं दिया। मुझे उठाकर वाहन में डाल दिया गया। पंजाब पुलिस ने मुझे अगवा कर लिया था। स्थानीय पुलिस को भी इसकी सूचना नहीं दी गई। लगभग 50 पुलिसकर्मी आए जैसे वे एक आतंकवादी के साथ करते हैं।
पुलिस की लगभग 10 गाड़ियां आई थीं
बग्गा ने कहा कि पुलिस की लगभग 10 गाड़ियां आई थीं, जो सीसीटीवी फुटेज में देखी जा सकती हैं। यह एक संदेश देने का प्रयास है कि जो भी अरविंद केजरीवाल के खिलाफ बोलेगा वह सबसे बड़ा आतंकवादी होगा और बख्शा नहीं जाएगा। इससे पहले अप्रैल में, बग्गा ने दावा किया था कि पंजाब पुलिस के अधिकारी दिल्ली पुलिस को सूचित किए बिना उन्हें गिरफ्तार करने के लिए उनके घर पहुंचे थे, लेकिन तब वह लखनऊ में थे।
आप ने “कांट छांट” वाले वीडियो के आधार पर एक एफआईआर दर्ज कराई
बग्गा ने कहा कि आम आदमी पार्टी (आप) ने उनके खिलाफ एक टेलीविजन शो पर उनकी टिप्पणी के “कांट छांट” वाले वीडियो के आधार पर एक एफआईआर दर्ज कराई है, जिसमें उन्होंने मार्च में दिल्ली विधानसभा में कश्मीरी पंडितों के पलायन पर अपने भाषण के लिए केजरीवाल से माफी मांगने की मांग की थी। बग्गा ने “अवैध रूप से” हिरासत में लेने के लिए दिल्ली के मुख्यमंत्री को फटकार भी लगाई और कहा कि उनकी गिरफ्तारी यह संदेश देने का एक प्रयास है कि जो कोई भी ‘आप’ सुप्रीमो के खिलाफ बोलेगा उसे “सबसे बड़ा आतंकवादी” कहा जाएगा और बख्शा नहीं जाएगा।