समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 9 मई। बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और राज्यसभा सांसद सुशील मोदी ने सोमवार को कहा कि बीपीएससी पेपर लीक की घटना “दुर्भाग्यपूर्ण” है और आश्वासन दिया कि जो जिम्मेदार हैं उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
सुशील मोदी का यह बयान बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) की 67वीं संयुक्त (प्रारंभिक) प्रतियोगी परीक्षा कल (रविवार, 8 मई) पेपर लीक होने के कारण रद्द होने के बाद आया है।
जांच को बाद में आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) में स्थानांतरित कर दिया गया है।
राज्यसभा सांसद मोदी ने कहा, “जो हुआ वह दुर्भाग्यपूर्ण है क्योंकि लाखों छात्र इस परीक्षा में शामिल हुए और उन्हें फिर से उपस्थित होना होगा। सरकार ने जांच के आदेश दिए हैं कि परीक्षा का प्रश्न पत्र कैसे लीक हुआ और निश्चित रूप से सख्त कार्रवाई की जाएगी।
राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता तेजस्वी यादव के एनडीए सरकार पर बीपीएससी को “बिहार लोक पेपर लीक आयोग” का नाम देने के हमले पर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए, भाजपा सांसद सुशील मोदी ने कहा कि नीतीश कुमार के गठन के बाद से बीपीएससी की विश्वसनीयता “बनाई गई है”।
उन्होंने कहा, ‘राज्य में सत्ता में आने के बाद से किसी ने कभी किसी तरह के आरोप नहीं लगाए। बीपीएससी के नतीजे समय पर आने लगे लेकिन यह भी सच है कि लालू यादव के शासनकाल में बीपीएससी के तीन अध्यक्षों को जेल जाना पड़ा।
भाजपा सांसद ने आगे कहा कि भविष्य में इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति को रोकने के लिए बीपीएससी को सतर्क रहना होगा।