एकीकृत दिल्ली नगर निगम के आयुक्त बने ज्ञानेश भारती व विशेष अधिकारी के रूप में अश्विनी कुमार की हुई नियुक्ति
समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 21 मई। दिल्ली के तीनों नगर निगमों के एकीकरण से दो दिन पहले ही केंद्र सरकार ने अश्विनी कुमार को एकीकृत नगर निगम का स्पेशल ऑफिसर और ज्ञानेश भारती को नगर निगम का कमिश्नर नियुक्त कर दिया। दोनों की नियुक्ति 22 मई से प्रभावी होगी। उसी दिन ही तीनों निगम अनौपारिक तौर पर एक हो जाएंगे।
गृह मंत्रालय की ओर से जारी आदेश के मुताबिक, AGMUT (अरुणाचल प्रदेश, गोवा मिजोरम एंड यूनियन टेरिटरी) काडर के 1992 बैच के आईएएस अधिकारी अश्विनी कुमार की स्पेशल ऑफिसर के रूप में नियुक्ति 22 मई से प्रभावी होगी और वे अगले आदेश तक इस पद पर बने रहेंगे। प्रशासन में लगभग 30 वर्ष का अनुभव रखने वाले अश्विनी कुमार दिल्ली सरकार में लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) के सचिव समेत कई अहम पदों पर कार्य कर चुके हैं। वे पुदुचेरी के मुख्य सचिव भी रह चुके हैं। तीनों निगमों के भंग होने के बाद निगम के एकीकरण को लेकर उनकी अहम भूमिका होने जा रही है, क्योंकि अब एकीकृत नगर निगम का उन्हें ही खाका तैयार करना होगा और जब तक चुनाव के बाद नगर निगम के सदन का गठन नहीं हो जाता, तब तक उन्हें ही दिल्ली नगर निगम के मुख्य दायित्वों को निभाना होगा।
गृह मंत्रालय की ओर से एक और जारी आदेश में 1998 बैच के आईएएस अधिकारी ज्ञानेश भारती को एकीकृत नगर निगम का कमिश्नर नियुक्त किया गया है। उनका कार्यकाल भी 22 मई से ही प्रभावी माना जाएगा। भारती अभी दक्षिण दिल्ली नगर निगम के आयुक्त हैं।
दिल्ली के तीन नगर निगमों का 22 मई को औपचारिक रूप से विलय किया जाएगा। केंद्रीय गृह मंत्रालय की अधिसूचना के अनुसार 22 मई से नगर निगम (संशोधन) कानून 2022 लागू होगा। लोकसभा ने 30 मार्च और राज्यसभा ने पांच अप्रैल को इस विधेयक को मंजूरी दी थी। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने 18 अप्रैल को इसे अपनी मंजूरी दी थी।