मीडिया महामंथन 2022: आठ राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने की शिरकत, ‘मीडिया एंड फ्री स्पीच’पर खुलकर हुई चर्चा
समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 22मई। राष्ट्रीय साप्ताहिक पत्रिका पाञ्चजन्य और ऑर्गनाइजर के 75 वर्ष पूरे होने पर दिल्ली के द अशोक होटल में रविवार को पाञ्चजन्य-ऑर्गनाइजर मीडिया महामंथन 2022 का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, हिमाचल के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर, हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर, गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल, मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह, असम के मुख्यमंत्री हेमंत विश्व शर्मा एवं गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत शामिल रहे। यह कार्यक्रम दिल्ली में चाणक्यपुरी के डिप्लोमैटिक एंक्लेव स्थित द अशोक होटल में सुबह करीब साढ़े आठ बजे से रात साढ़े आठ बजे तक चला।
इस अवसर पर डॉ डीसी प्रजापति को सीएम मनोहरलाल खट्टर ने अशोक स्तम्भ ट्राफी देकर “दिल्ली की शान” पुरस्कार से सम्मानित किया।
मीडिया महामंथन 2022 के प्रथम सत्र का विषय था ‘मीडिया एंड फ्री स्पीच’। इस सत्र में पद्मश्री और प्रसिद्ध लोकगायिका मालिनी अवस्थी, लेखिका, ब्लॉगर, कॉलमिस्ट एवं सोशल मीडिया पर एक जाना-माना चेहरा शेफाली वैद्य, जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के प्रोफेसर, लेखक एवं कॉलमिस्ट आनंद रंगनाथन, राजनीतिक कार्यकर्ता एवं हिंदू इकोसिस्टम वेबसाइट के संस्थापक कपिल मिश्रा, सोशल मीडिया एक्सपर्ट एवं इन्फ़्लुएंसर अंशुल सक्सेना, ऑर्गनाइजर के संपादक प्रफुल केतकर ने हिस्सा लिया। इस सत्र का संचालन पांचजन्य के संपादक हितेश शंकर ने किया।
सत्र की शुरुआत में जेएनयू प्रोफेसर आनंद रंगनाथन ने फ्री स्पीच को लेकर अपने विचार रखे। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया पर फ्री स्पीच को लेकर देश में दो तरह का माहौल है। एक तरह से कहा जा सकता है कि एक पक्ष को इस मामले में पूरी आजादी दी गई है, जबकि दूसरे पक्ष के साथ ऐसा नहीं है। रंगनाथन ने कहा कि आजकल हेट स्पीच को लेकर काफी बात की जा रही है लेकिन हेट स्पीच कौन सी है और कौन सी नहीं? आखिर यह कौन तय करेगा?
वहीं, पद्मश्री से सम्मानित लोकगायिका मालिनी अवस्थी ने सोशल मीडिया को दुधारी तलवार बताया। मालिनी ने कहा, मौजूदा समय में केवल हिंदुओं की आस्था पर चोट की जाती है और इसे फ्रीडम ऑफ स्पीच का नाम दे दिया जाता है। हालांकि यही रवैया दूसरे मतों के मामले में नहीं अपनाया जाता है। लोकगायिका ने कहा, मौजूदा समय में शिवलिंग के मिलने को लेकर तरह-तरह के मजाक बनाए जा रहे हैं लेकिन किसी तरह की हिंसा नहीं होती। जबकि यही बात अगर किसी दूसरे मत के साथ होती है तो नतीजा दूसरा होता है।
इस सत्र में शामिल कपिल मिश्रा ने तीखे व्यंग्य के जरिए विपक्ष पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि देश की सबसे पुरानी पार्टी के युवराज लंदन जाकर भारत माता को गाली दे सकते हैं, भारत एक राष्ट्र नहीं है, ये कह सकते हैं, लेकिन ये सब फ्रीडम ऑफ स्पीच के तहत आता है। भाजपा नेता ने कहा, यहां करवाचौथ का विरोध करने वाले, हिजाब के समर्थन में आ जाते हैं। यहां शिवलिंग का अपमान करने की आजादी है, बग्गा जैसे भाजपा नेता को घर से उठाने की आजादी है।
दूसरे सत्र में उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अपने विचार रखे। धामी ने कहा कि लगभग 17 स्थान हम लोगों ने चिह्नित किए हैं। उन्हें विकसित किया जा रहा है। कैंची धाम में बड़ी पार्किंग बनने जा रही है। सारे धाम एक सर्किट के रूप में बने, इस तरह की योजना। चारों धाम के दर्शन करें और इन सत्रह स्थानों पर जाएं, यह भी हमारी इच्छा है। इस पर काम हो रहा है।
मुख्यमंत्री ने बताया कि रोजगार के क्षेत्र में पर्यटन, बागवानी, फलों की खेती, होम स्टे को बढ़ावा दिया जा रहा है।
धामी ने कहा कि अपराधियों पर हम कड़ी कार्रवाई कर रहे हैं। कानून सख्ती से काम कर रहा है। अपराधियों के लिए कोई जगह नहीं है। उनसे कहा गया है कि वे उत्तराखंड छोड़ दें या तो जेल में जाएं।
उत्तराखंड अध्यात्म और संस्कृति का केंद्र है। दो-दो अंतराष्ट्रीय सीमाएं हमारे राज्य से लगी हैं। हमारे यहां किसी न किसी परिवार से कोई न कोई सेना में जरूर है। हमने चुनाव में वादा किया था कि हम सभी लोगों के लिए समान कानून लेकर आएंगे। हमने इसे लागू किया है। दूसरे राज्य भी इसे लागू करें।
तीसरे सत्र में हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने अपने विचार रखे। उन्होंने कहा कि ट्रांसफर पॉलिसी से कर्मचारियों का तबादला किया जाता है। लाल डो़रा को खत्म कर हर एक को उसकी संपत्ति का मालिकाना हक दिलाएंगे। हमने यह योजना शुरू की। ये पूरे देश में स्वामित्व योजना के रूप में लागू हुई। परिवार पहचान पत्र के नाम से नई योजना बनाई। 69 लाख परिवार को रजिस्टर्ड किया। हर एक परिवार की जानकारी हमारे पास है।
सीएम खट्टर ने कहा कि केंद्र और प्रदेशों में भाजपा सरकार आने से पहले ही हमने घोषणापत्र में भ्रष्टाचार से मुक्त व पारदर्शी सरकार देने का वादा किया था और हम इसमें कामयाब भी रहे हैं। इसमें नई तकनीक व डिजिटलीकरण ने काफी मदद की है।
उन्होंने कहा कि मेरा शुरू से नई-नई चीजें सीखना मेरा शौक रहा है। हर किसी से, यहां तक कि अपने विरोधी से भी कुछ सीखने को मिलता है तो मैं पीछे नहीं हटता। मैं तमिल और जापानी भाषा भी बोल सकता हूं। इसके लिए मैंने ट्यूटर भी रखा था। इससे कामकाज में भी मदद मिलती है।
उन्होंने कहा कि हमें डॉ. हेडगेवार यूनिवर्सिटी से संस्कार मिले हैं, ऐसे में पहचान बदलने में काफी सहायता मिली। हां… ये बात सही है कि राजनीति में अपने स्वार्थ के लिए लोग जाति का सहारा लेते हैं लेकिन हमने नारा दिया, ‘एक हरियाणा, हरियाणवी एक’। इसका लाभ भी मिला, भेदभाव में कमी आई है। शासन प्रशासन में तकनीक के ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल ने भ्रष्टाचार को कम करने में मदद की।
सीएम खट्टर ने एक सवाल के जवाब में कहा कि हमारे छोरे ही नहीं बल्कि छोरियां भी खेल के मैदान में लट्ठ गाड़ रही हैं। हरियाणा देश ही नहीं बल्कि दुनिया में भी ओलंपिक में गोल्ड मेडल लाने वाले को सबसे ज्यादा नकद ईनाम देने में अव्वल है। हम गोल्ड लाने वाले अपने खिलाड़ी को छह करोड़ जबकि सिल्वर या ब्रॉन्ज लाने वाले को 2.5 या तीन करोड़ देते हैं। इसके साथ ही प्रदर्शन के आधार पर क्लास वन से लेकर ग्रुप डी तक में नौकरी भी देते हैं। यही नहीं चौथे स्थान पर रहने वाले को भी 50 लाख देते हैं। साथ ही खिलाडि़यों के लिए नौकरियों में 10 फीसदी आरक्षण रखा है। यही कारण है कि खेल के क्षेत्र में युवा देश दुनिया में नाम कमा रहे हैं।
चौथे सत्र में मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने अपने विचार रखे। उन्होंने मणिपुर की प्राचीन सुंदरता और कुछ मुख्य आकर्षणों के बारे में बात की और बताया कि जब से भाजपा सरकार सत्ता में आई है, घरेलू और अंतरराष्ट्रीय दोनों तरह के पर्यटकों की संख्या में कई गुना वृद्धि हुई है।
पांचवें सत्र में गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत अपने विचार रखे।
सीएम सावंत ने कहा कि विकास कार्यों की वजह से गोवा में फिर से बीजेपी की सरकार बनी है। गोवा में सड़क, बिजली, पानी और पर्यटन आदि क्षेत्र में जो विकास कार्य हुए हैं, उसी की वजह से विधानसभा चुनाव में हमें जीत मिली है। हमें उम्मीद थी कि 22 सीटों में जीतेंगे, लेकिन 20 में ही जीत मिल सकी। सीएम ने कहा कि डबल इंजन की सरकार की वजह से राज्य के विकास को गति मिली है। बेहतर व्यवस्था की वजह से ही देश, विदेश के लोग गोवा आना चाहते हैं और आते हैं।
देश 1947 में स्वतंत्र हुआ, जबकि गोवा को उसके 14 साल बाद 1961 में आजादी मिली। इस देरी के लिए उस वक्त की सरकार जिम्मेदार है। तत्कालीन भारत सरकार को उस समय गोवा पर भी ध्यान रखना चाहिए था। सीएम सावंत ने कहा कि गोवा करीब साढ़े चार सौ साल गुलाम रहा। उस दौरान हिंदू संस्कृति का विनाश किया गया। हमारे धार्मिक स्थलों और धरोहरों को नष्ट किया गया। अब हम फिर से उन्हें बनाने जा रहे हैं। इसके लिए हमने बजट भी जारी कर दिया है। सीएम ने कहा कि मेरा तो मानना है कि जहां-जहां मंदिरों को तोड़ा गया है, वहां मंदिरों का पुनर्निर्माण होना चाहिए। सीएम ने कहा कि गोवा सरकार पर्यटन को बढ़ावा देने पर फोकस कर रही है। हर गांव में एक-दो मंदिर होते हैं। हमें लोगों को समुद्र तट से मंदिर तक ले जाना है।
सीएम सावंत ने कहा कि गोवा के विकास के लिए स्वयंपूर्ण गोवा कार्यक्रम शुरू किया गया है। इसके तहत हर ग्राम पंचायत में स्वयंपूर्ण मित्र कार्य कर रहे हैं। केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं को लोगों तक पहुंचा रहे हैं। इसी के तहत हर विधानसभा क्षेत्र में अधिकारी कैंप लगाकर लोगों के कागजात बनाने समेत उनकी समस्याएं सुनकर उसका समाधान कर रहे हैं। रोजगार बढ़ाने को लेकर सीएम ने कहा कि युवाओं को प्रशिक्षण दिया जा रहा है और उद्योगों को यहां आमंत्रित किया जा रहा है। इसके साथ ही सीएम ने बताया कि वहां पारंपरिक खेती, बागवानी को बढ़ावा देने के लिए प्रेरित किया जा रहा है।
यूनिफॉर्म सिवित कोड को लेकर सीएम ने कहा कि गोवा में स्वतंत्रता के बाद से ही यूनिफॉर्म सिविल कोड लागू है। उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि बाकी राज्यों को भी यूनिफॉर्म सिविल कोड लागू करना चाहिए। TMC के गोवा में फेल होने के सवाल पर सीएम ने कहा कि हम अपना काम करते रहेंगे और वो फेल होते रहेंगे। गोवा के लोग जानते हैं कि कौन हमारे लिए काम कर रहा है और कौन अपने लिए आया है। साथ ही उन्होंने बताया कि गोवा में जितना बीते 50 साल में काम नहीं हुआ, उतना पिछले 8 साल में हुआ है।
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि हिमाचल एक शांतिप्रिय राज्य है। यहां राजनीतिक लोग भी सहज व सरल होते हैं। हम लोगों की सेवा करने आए हैं। हमारा सारा ध्यान काम पर है। मीडिया से संबंध अच्छे हैं, लेकिन हर बात को खबर बनाना हमारे स्वभाव में नहीं है।
आम आदमी पार्टी जैसी पार्टियों का राजनीतिक सफर ज्यादा नहीं है। उनका कोई वैचारिक आधार नहीं है। ‘फ्री’ का आकर्षण ज्यादा दिन तक नहीं टिक पाएगा। हिमाचल के लोग तीसरी पार्टी को स्वीकार नहीं करेंगे।
हेल्थकेयर सेक्टर में केंद्र सरकार की आयुष्मान योजना के अलावा राज्य की मुख्यमंत्री स्वास्थ्य देखभाल योजना, जिसके तहत इलाज के लिए तहत 5 लाख रुपए तक की आर्थिक मदद की जाती है। अब तक 33,100 लोग इस योजना का लाभ उठा सके हैं। ऐसे ही केंद्र की उज्ज्वला योजना के अलावा राज्य सरकार ने अपनी योजना के तहत हर घर में गैस कनेक्शन को सुनिश्चित किया है। हिमाचल प्रदेश देश का पहला राज्य है, जहां हर घर में गैस कनेक्शन है। इसी के साथ जो लोग कैंसर, लकवा, किडनी, मस्तिष्क से जुड़ी गंभीर बीमारियों से जूझ रहे हैं और बिस्तर से उठने की हालत में नहीं हैं। ऐसे लोगों को हमारी सरकार 3,000 रुपए प्रति माह की आर्थिक मदद कर रही है। हमारी सरकार द्वारा गरीब परिवार की बेटियों को उनके विवाह पर 31,000 रूपए शगुन योजना के तहत दिए जाते हैं।
महिला सशक्तिकरण पर सीएम ने कहा कि हिमाचल पहला राज्य है जिसने पंचायती राज में महिलाओं को 50% आरक्षण दिया है।
कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वर्चुअली संबोधित किया।
इस दौरान सीएम योगी ने कहा कि पाञ्चजन्य से मेरा जुड़ाव विद्यार्थी जीवन से ही रहा है। भारत की सभ्यता व संस्कृति पर जो लोग छद्म रूप से हमला कर रहे हैं, उनके खिलाफ सचेत होने का और भारत की आवाज को मजबूत करने का कार्य सदैव पाञ्चजन्य ने किया है। पाञ्चजन्य हमेशा से इसको सकारात्मक ऊर्जा देता रहा है। उन्होंने कहा कि पांच वर्ष पहले के और आज उत्तर प्रदेश में बहुत बदलाव आ चुका है। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में डबल इंजन की सरकार ने चार दर्जन से भी अधिक योजनाओं को धरातल पर उतारा है। इनमें से उत्तर प्रदेश सबसे आगे है।
सीएम योगी ने कहा कि साल 2012 से 2017 के बीच उत्तर प्रदेश में 700 भी अधिक दंगे हुए थे, लेकिन विगत पांच वर्षों में एक भी दंगा नहीं हुआ। उत्तर प्रदेश, देश की नंबर वन अर्थव्यवस्था वाला राज्य बनने की ओर अग्रसर है। विगत पांच वर्षों में प्रति व्यक्ति आय दोगुनी से भी अधिक हो गई है। व्यापार करना पहले से काफी आसान हो गया है। यहां सवार्धिक एक्सप्रेस-वे हैं और पांच अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डों का निर्माण किया जा रहा है। खाद्यान्न उत्पादन में देश में नंबर वन है। साथ ही जिन जगहों पर बाढ़ आती थी वहां पर बाढ़ से मुक्ति का स्थायी समाधान किया गया है। सीएम ने कहा कि नवजात शिशुओं और माताओं की जान जिन बीमारियों से जाती थी, वह अब बीते समय की बात हो रही है। हम मलेरिया, कालाजार जैसी गंभीर बीमारियों के उन्मूलन के लिए प्रतिबद्ध हैं और इसके लिए काम कर रहे हैं। अवैध बूचड़खानों को बंद किया गया है और गौतस्करी के खिलाफ कठोर कदम उठाए गए हैं। साथ ही गौवंश की रक्षा के लिए सरकार ने तीन योजनाओं का क्रियान्वयन किया है।
सीएम योगी ने कहा कि विगत 70 वर्षों में जितना निवेश प्रदेश में नहीं आया, उससे ज्यादा निवेश पिछले पांच साल में प्रदेश में आ चुका है। आगामी तीन जून को 75 हजार करोड़ से भी अधिक निवेश का कार्यान्वयन होने वाला है जिसके लिए प्रधानमंत्री मोदी जी को आमंत्रित किया गया है। कोरोनाकाल में 65 हजार करोड़ के निवेश का कार्यान्वयन हुआ है।
सीएम ने कहा कि पिछले पांच सौ वर्षों से रामभक्तों की इच्छा थी कि अयोध्या में भव्य राममंदिर का निर्माण हो, जो कि अब पूरी हो रही है। यही नहीं, काशी विश्वनाथ, ब्रज तीर्थ विकास, मां विंध्यवासिनी ग्राम, नमामि गंगे परियोजना के माध्यम से प्रदेश को आध्यात्मिक केंद्र के रूप में विकसित किया जा रहा है। मुख्यमंत्री तीर्थ स्थल योजना एक व्यवस्थित कार्ययोजना है जो कि 700 से अधिक तीर्थ स्थलों का जीणोद्धार करने के लिए प्रतिबद्ध है। सर्वश्रेष्ठ भारत की कल्पना में उत्तर प्रदेश एक अहम सहभागी है और इस दिशा में पूरी प्रतिबद्धता के साथ बढ़ रहा है।
मुख्यमंत्री हेमंत विश्व शर्मा ने कहा कि मदरसा शब्द ही विलुप्त हो जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि जब तक मदरसा बच्चे के दिमाग में घुमता रहेगा वह डॉक्टर इंजिनियर नही बन सकता है। प्रत्येक बच्चे को विज्ञान, गणित और आधुनिक शिक्षा की अन्य शाखाओं के ज्ञान से अवगत कराया जाना चाहिए।
सीएम शर्मा ने कहा कि सारे मुसलमान भाई हिन्दू ही थे। भारत की धरती पर सब हिन्दू ही थे।