समग्र समाचार सेवा
पणजी, 11जुलाई। महाराष्ट्र के बाद अब गोवा में राजनीतिक संकट गहराता जा रहा है। राजनीतिक स्थिति यहां अच्छी नजर नहीं आ रही है। सियासी पारा गरमाया हुआ है। गोवा में विधानसभा चुनाव गंवाने के बाद से ही कांग्रेस के अंदर अंदरूनी लड़ाई का दौर जारी है। सियासी गलियारे में चर्चा है कि अब पार्टी के 6 से 10 विधायक बीजेपी का दामन थाम सकते हैं। ऐसी स्थिति में गोवा में कांग्रेस की हालत और ज्यादा कमजोर हो जाएगी। गोवा कांग्रेस संकट के बीच विधायकों की एक होटल में बैठक हुई। उधर, गोवा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष गिरीश चोडनकर ने सनसनीखेज दावा किया कि उद्योगपति, खदान मालिक और कोयला माफिया कांग्रेस विधायकों को दलबदल करने के लिए कथित तौर पर 30 से 40 करोड़ रुपये की पेशकश कर रहे हैं। चोडनकर भी जो उन नौ विधायकों के साथ मौजूद थे, जिनसे कांग्रेस गोवा के प्रभारी दिनेश गुंडू राव ने दक्षिण गोवा में मुलाकात की थी।
गिरीश चोडनकर ने कहा कि वर्तमान स्थिति में, ऐसा लगता है कि सत्तारूढ़ बीजेपी भ्रम पैदा करने की कोशिश कर रही है। उन्होंने कहा, ‘वे हमारे विधायकों पर दबाव बना रहे हैं, कुछ खदान मालिक उन्हें बुला रहे हैं, कोयला माफिया उन्हें बुला रहे हैं… वे उन्हें 30 से 40 करोड़ रुपये की पेशकश कर रहे हैं, हमारे विधायक बिक्री के लिए नहीं हैं।’ कांग्रेस नेता ने पूछा, ‘कांग्रेस विधायकों ने परम पिता परमेश्वर के सामने प्रतिज्ञा की थी कि वे दलबदल नहीं करेंगे। उन्होंने हलफनामे पर भी हस्ताक्षर किए हैं। वे भगवान को कैसे धोखा देंगे? उन्होंने इसे सार्वजनिक रूप से किया है, फिर वे कैसे स्थानांतरित हो सकते हैं? क्या लोग मुद्दों पर चुप रहेंगे ’ उन्होंने कहा कि कांग्रेस विधायक किसी दबाव में नहीं आएंगे। बता दें कि चुनाव से पहले दलबदल के डर से कांग्रेस ने पार्टी उम्मीदवारों को ईश्वर के सामने शपथ दिलाई दी थी कि वे निर्वाचित होने के बाद पाला नहीं बदलेंगे। हालांकि कांग्रेस ने इन खबरों का खंडन किया है कि उनका कोई विधायक बीजेपी जॉइन कर रहा। गोवा में कांग्रेस के 11 विधायक हैं। खबरों की मानें तो इनमें से 10 अब बीजेपी में शामिल हो सकते हैं।