संसद के मानसून सत्र से ठीक पहले बोले पीएम मोदी, ‘वाद विवाद हो, आलोचना भी हो’

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समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 18 जुलाई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को संसद के मानसून सत्र की शुरुआत से ठीक पहले सांसदों से कहा कि सत्र को रचनात्मक और उत्पादक बनाने के लिए विभिन्न मुद्दों पर खुले दिमाग से बहस करें।

पीएम मोदी ने संसद के मानसून सत्र से पहले मीडियाकर्मियों से कहा, “यह अवधि बहुत महत्वपूर्ण है। यह आजादी के अमृत महोत्सव की अवधि है। 15 अगस्त और आने वाले 25 वर्षों का एक विशेष महत्व है- जब देश स्वतंत्रता के 100 वर्ष मनाएगा। यह एक संकल्प करने का समय होगा। हमारी यात्रा तय करने के लिए और हम नई ऊंचाइयों को छूते हैं।

प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, “संसद में खुले दिमाग से बातचीत होनी चाहिए, यदि आवश्यक हो, तो बहस होनी चाहिए। मैं सभी सांसदों से इस सत्र को यथासंभव उपयोगी और उत्पादक बनाने के लिए गहराई से विचार करने और मामलों पर चर्चा करने का आग्रह करता हूं।

पीएम मोदी ने आगामी राष्ट्रपति और उप-राष्ट्रपति चुनावों के बारे में भी जानकारी दी।

उन्होंने कहा, “यह सत्र इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि अभी राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति के पद के लिए चुनाव हो रहे हैं। आज (राष्ट्रपति चुनाव के लिए) मतदान हो रहा है। इस दौरान नए राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति मार्गदर्शन करना शुरू करेंगे।

संसद का मानसून सत्र आज से शुरू होकर 12 अगस्त तक चलेगा। सत्र के दौरान 18 बैठकें होंगी।

यह सत्र इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि इस दौरान राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति के चुनाव होंगे।

मानसून सत्र के दौरान विपक्ष द्वारा बढ़ती कीमतों, अग्निपथ योजना और बेरोजगारी जैसे मुद्दों पर चर्चा करने की उम्मीद है।

सत्र के दौरान फैमिली कोर्ट (संशोधन) बिल, वन (संरक्षण) संशोधन बिल और प्रेस एंड रजिस्ट्रेशन ऑफ पीरियोडिकल्स बिल सहित कई विधेयक पेश किए जाने की उम्मीद है।

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