समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 20जुलाई। हिंदू पंचांग के अनुसार इस साल हरियाली तीज का त्योहार 31 जुलाई 2022 को मनाया जाएगा. इस दिन सुहागिन महिलाएं पति की लंबी उम्र के लिए व्रत करती हैं. वहीं कुंवारी कन्याएं भी इस दिन मां पार्वती का पूजन करती हैं ताकि उन्हें मनचाहा जीवनसाथी मिल सके. इस दिन सुहागिन महिलाएं और कन्याएं सभी हरे रंग के कपड़े पहनती हैं. आइए जानते हैं हरियाली तीज के दिन हरे रंग का क्या महत्व है?
महिलाओं के लिए खास है हरियाली तीज
सावन माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को हरियाली का त्योहार मनाया जाता है और इस साल यह त्योहार 31 जुलाई को मनाया जाएगा. यह दिन महिलाओं और कन्याओं का दिन है और इस वह खूब संजती संवरती हैं. सुहागिन महिलाएं इस दिन हरे रंग के कपड़े और हरी चुड़ियां पहनती हैं. साथ ही मेहंदी भी लगाती है. हरियाली तीज के दिन पति की लंबी उम्र के लिए व्रत भी किया जाता है. इस दिन भगवान भोलेनाथ और मां पार्वती का पूजन होता है.
हरे रंग का है विशेष महत्व
हिंदू धर्म में रहे रंग का विशेष महत्व है और इसे बेहद पवित्र माना गया है. सावन के महीने में हरे रंग का महत्व और भी बढ़ जाता है क्योंकि सावन में बारिश होती है और हर जगह हरियाली नजर आती है. जो कि मौसम को खुशनुमा बनाती है. हरियाली तीज के दिन हरे रंग का विशेष महत्व है. कहते हैं कि हरा रंग दिमाग को शांत रखता है और मन को खुशनुमा बनाता है. हरा रंग अखंड सौभाग्य का भी प्रतीक है और इसलिए हरियाली तीज के दिन हरे रंग के कपड़े पहनकर पूजा करना शुभ माना जाता है.
हरियाली तीज के दिन हरे रंग का महत्व इसलिए भी है क्योंकि हरा रंग भगवान शिव को अतिप्रिय है. इसके अलावा इसे बुध का रंग भी माना जाता है और कहते है कि जो व्यक्ति अपनी कुंडली में बुध को मजबूत करना चाहता है वह हरियाली तीज पर हरे रंग के वस्त्र पहनें. बुध के प्रबल होने से संतान सुख की कामना भी पूरी होती है.