समग्र समाचार सेवा
मुंबई, 22अगस्त। आमिर खान की फिल्म लाल सिंह चड्ढा पिछले कुछ दिनों से सोशल मीडिया पर बायकॉट का सामना कर रही है. लोगों की इस कंपेन का असर फिल्म पर इतना पड़ा है कि कुछ करोड़ की कमाई कर पाई है. लाल सिंह चड्ढा को महामारी के दौरान रिलीज़ होना था. लेकिन कोविड की वजह से ऐसा हो नहीं पाया. अब जब फिल्म रिलीज़ हुई तो वो बॉक्स ऑफिस पर धराशायी हो गई. आमिर खान की इस फिल्म ने ओपनिंग डे पर सबसे कम कमाई की. इस बात के लिए लोगों की बायकॉट कंपेन को जिम्मेदार ठहराया गया. हालांकि इस मुद्दे पर लगातार बहस जारी है कि बॉलीवुड का इस तरह से बायकॉट ठीक है या नहीं. सेलेब्स और लोग इस पर अपनी प्रतिक्रिया रख रहे हैं. इस बारे में अब सीनियर एक्टर अनुपम खेर ने भी अपनी बात रखी है.
अनुपम खेर ने कहा- अब, फिल्मों के बहिष्कार करने का चलन हो रहा है लेकिन अगर कोई ये कहे कि बायकॉट से फिल्म नहीं चलती तो ये बेवकूफाना बात है. आमिर ने इससे पहले 2015 में कुछ बयान दिए थे, जिसके बाद दंगल आई और भारत में अब तक की सबसे बड़ी हिट बन गई. क्या इससे उनकी लोकप्रियता या सफलता प्रभावित हुई? सभी को अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता है. अगर कुछ लोगों को लगता है कि वे एक निश्चित फिल्म नहीं देखना चाहते हैं तो यह उनका अधिकार है. दो-तीन साल पहले मेकर्स चाहते थे कि उनकी फिल्म किसी तरह का विवाद पैदा करे ताकि लोग उसे देखें. यार कुछ विवाद निकल आए, कुछ वायरल हो जाए तो ये फिल्म हमारी चल जाए. मुझे पता है कि मैं सिस्टम का हिस्सा हूं.”
अभिनेता ने कहा, “बॉयकॉट से पिक्चर नहीं चलती ऐसा बेवकूफाना है (यह कहना बकवास है कि फिल्में बहिष्कार के रुझान के कारण काम नहीं करती हैं). दो-तीन साल पहले मेकर्स चाहते थे कि उनकी फिल्म किसी तरह का विवाद पैदा करे ताकि लोग उसे देखें. यार कुछ विवाद निकल आया, कुछ वायरल हो जाए तो ये तस्वीर हमारी चल जाए. मुझे पता है कि मैं सिस्टम का हिस्सा हूं.”
बाद में अनुपम खेर से उन दावों के बारे में पूछा गया कि नरेंद्र मोदी ने द कश्मीर फाइल्स का समर्थन किया था. “हर आलोचक जवाब का हकदार नहीं होता. अनुपम खेर ने कहा. अगर मोदी जी का समर्थन काफी होता तो नरेंद्र मोदी की बायोपिक सबसे बड़ी फिल्म होती. जो लोग ये सब बातें कह रहे हैं, मुझे यकीन है कि वे बड़े से बड़े लोगों के पास जा सकते हैं. द कश्मीर फाइल्स के बारे में ज्यादा लोगों ने ट्वीट नहीं किया, लेकिन हाल ही में रिलीज हुई फिल्मों के बारे में काफी लोगों ने ट्वीट किया. ये सब इतनी बचकानी बातें लगती हैं-
बाद में अनुपम खेर से उन दावों के बारे में पूछा गया कि नरेंद्र मोदी ने द कश्मीर फाइल्स का समर्थन किया था. “हर आलोचक जवाब का हकदार नहीं होता. अनुपम खेर ने कहा. अगर मोदी जी का समर्थन काफी होता तो नरेंद्र मोदी की बायोपिक सबसे बड़ी फिल्म होती. जो लोग ये सब बातें कह रहे हैं, मुझे यकीन है कि वे बड़े से बड़े लोगों के पास जा सकते हैं. द कश्मीर फाइल्स के बारे में ज्यादा लोगों ने ट्वीट नहीं किया, लेकिन हाल ही में रिलीज हुई फिल्मों के बारे में काफी लोगों ने ट्वीट किया. ये सब इतना बचकाना है. जब हमारी फिल्में चलती हैं तो सब कुछ ठीक है, जब हमारी फिल्में नहीं चलती तो इसके पीछे बीजेपी के लोग हैं.
अनुपम खेर ने आमिर खान की असहिष्णुता वाली टिप्पणी के लिए परोक्ष रूप से कटाक्ष किया. “अगर लोगों को आपके अतीत में दिए गए किसी बयान से आपत्ति है तो उन्हें (अभिनेता को) इसके बारे में परेशान होने का अधिकार है. वो वापस आता है.
लाल सिंह चड्ढा हॉलीवुड क्लासिक फॉरेस्ट गंप की आधिकारिक रीमेक है. फिल्म में आमिर खान, करीना कपूर खान, नागा चैतन्य और अन्य प्रमुख भूमिका में हैं. फिल्म को क्रिटिक्स ने तो सराहा था लेकिन दर्शकों को कुछ खास पसंद नहीं आई.