समग्र समाचार सेवा
वाशिंगटन, 27 सितंबर। ‘सिख ऑफ अमेरिका’ संगठन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भारत की जेलों में 30 साल से अधिक समय से बंद सभी सिखों की रिहाई का आग्रह किया है। मोदी को लिखे एक पत्र में ‘सिख ऑफ अमेरिका’ ने प्रधानमंत्री से इस मामले पर एक समिति का गठन करने और यह पता लगाने का आग्रह भी किया कि ऐसे कितने सिख जेलों में बंद हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि इनमें से कई सिख अदालत द्वारा दी गई सजा पूरी करने के बाद भी जेल में बंद हैं।
विदेश मंत्री एस. जयशंकर को रविवार को एक कार्यक्रम के दौरान सौंपे गए पत्र में दावा किया गया कि ऐसे करीब 800 सिख हैं। पत्र में आरोप लगाया गया कि अधिकतर कैदी 80 से 90 वर्ष के आयुवर्ग के हैं, जिन पर पंजाब में कांग्रेस प्रेरित उग्रवादी माहौल के दौरान राजनीतिक अपराध करने का आरोप था। उन पर कांग्रेस शासन के टाडा और अन्य आतंकवाद विरोधी कठोर कानून के तहत मुकदमे चलाए गए। इस पत्र पर ‘सिख ऑफ अमेरिका’ के प्रमुख जसदीप सिंह और उसके अध्यक्ष कमलजीत सिंह सोनी के हस्ताक्षर हैं।
पत्र में कहा गया कि हर साल अलग-अलग राजनीतिक दल वोट के लिए और जनता को बरगलाने के लिए इस मुद्दे को उठाते हैं। ‘सिख ऑफ अमेरिका’ ने प्रधानमंत्री ने इस मामले की जांच के लिए एक समिति का गठन करने और विभिन्न जेलों में ऐसे ‘बंदी सिखों’ की उचित संख्या का पता लगाने का आग्रह किया। प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व वाली सरकार द्वारा कई मौकों पर सिखों और सिख गुरुओं के बलिदान को याद किए जाने का जिक्र करते हुए ‘सिख ऑफ अमेरिका’ ने कहा, इसी भावना को देखते हुए हम आपसे अनुरोध करते हैं कि 30 साल से अधिक समय से जेलों में कैद इन बंदी सिखों को क्षमादान दिया जाए।