आज़ादी के बाद अब पहली बार सही मायने में जम्मू-कश्मीर में परिसीमन हुआ है और पहाड़ी क्षेत्र की सीटों में वृद्धि हुई है- अमित शाह
केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने मंगलवार को जम्मू-कश्मीर के राजौरी में एक जनसभा को संबोधित किया
समग्र समाचार सेवा
राजौरी, 5अक्टूबर। केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने मंगलवार को जम्मू-कश्मीर के राजौरी में एक जनसभा को संबोधित किया। अमित शाह ने नवमी के शुभ अवसर पर वैष्णो देवी मंदिर में माँ के दर्शन व पूजा-अर्चना कर माता रानी से देश की प्रगति व समृद्धि की प्रार्थना की। इस अवसर पर जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा और केन्द्रीय मंत्री डॉ. जितेन्द्र सिंह सहित अनेक गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित थे।
अपने संबोधन में अमित शाह ने कहा कि राजौरी में हो रही आज की ये विशाल रैली उन लोगों को जवाब है, जो कहते थे कि अगर जम्मू-कश्मीर से धारा 370 हटेगी तो यहां हिंसा होगी। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के प्रति यहां की जनता का असीम प्यार और विश्वास ही सरकार को यहाँ के लोगों के कल्याण के लिए काम करने के लिए उत्साहित करता है। उन्होंने कहा कि पहाड़ी और गुर्जर-बकरवाल समुदाय के लोग हमेशा भारत की रक्षा के लिए चट्टान की तरह खड़े रहे हैं और सुरक्षा की इसी अभेद्य दीवार के भरोसे सभी भारतीय चैन की नींद सो पाते हैं।
केन्द्रीय गृह मंत्री ने कहा कि मोदी जी के नेतृत्व में उपराज्यपाल श्री मनोज सिन्हा ने महाराजा हरि सिंह के जन्मदिन पर राजकीय अवकाश घोषित कर उनके योगदान को याद करने का काम किया है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी सबसे पहले इस क्षेत्र के विकास की चिंता करते हैं। श्री शाह ने कहा कि 70 सालों तक तीन परिवारों ने यहां राज करते हुए लोकतंत्र को अपने परिवारों तक सीमित करने का काम किया। लेकिन, जब 2014 में श्री नरेन्द्र मोदी जी देश के प्रधानमंत्री बने और उन्होंने सबसे पहले यहां पंचायत चुनाव कराए और 2019 के बाद तहसील और ज़िला पंचायत के चुनाव कराए और जम्मू-कश्मीर का जो शासन पहले तीन परिवारों के पास था वो अब 30 हज़ार लोगों के पास है।
अमित शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने 5 अगस्त, 2019 को एक महत्वपूर्ण फैसला लिया और धारा 370 और 35ए को उखाड़ फेंका। और उन्होंने कहा कि धारा 370 हटने से यहां पिछड़ों, दलितों, आदिवासियों और पहाड़ियों को अपना अधिकार मिला है। उन्होंने जनसभा में उपस्थित लोगों से कहा कि अब आपके अधिकारों को कोई दबा नहीं सकता क्योंकि मोदी जी ने जम्हूरियत को तीन परिवारों से निकालकर 30 हज़ार लोगों तक पहुंचाने का काम किया है। श्री शाह ने कहा कि धारा 370 हटने के बाद मोदी जी ने वादा किया था कि हम जल्द चुनाव कराएंगे और इसके लिए परिसीमन ज़रूरी था। पहले जो परिसीमन हुआ वो केवल तीन परिवारों के लिए हुआ था और परिसीमन आयोग के नियमों के अनुसार नहीं किया गया था। लेकिन अब आज़ादी के बाद पहली बार सही मायने में परिसीमन हुआ है और पहाड़ी क्षेत्र की सीटों में वृद्धि हुई है। मोदी जी ने इसके माध्यम से राजौरी, पुंछ, डोडा और किश्तवाड़ में लोगों के साथ होने वाले अन्याय को परिसीमन प्रक्रिया शुरू करके समाप्त कर दिया। उन्होंने कहा कि तीन परिवारों ने अपने शासन के दौरान भ्रष्टाचार करने में कोई कसर नहीं छोड़ी। श्री शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी जी आज जम्मू-कश्मीर के 27 लाख परिवारों को पांच लाख रूपए तक की स्वास्थ्य सुविधाएं मुफ्त दे रहे हैं, जो पिछले 70 सालों में इन तीन परिवारों ने कभी नहीं दिया क्योंकि दिल्ली से आने वाला पैसा ये लोग भ्रष्टाचार करके हड़प जाते थे।
केन्द्रीय गृह मंत्री ने कहा कि भ्रष्टाचार पर नियंत्रण करने के लिए जम्मू-कश्मीर में एंटी-करप्शन ब्यूरो बनाया, व्हिसलब्लोअर एक्ट लागू किया, उमंग के माध्यम से मोबाइल से शिकायत दर्ज़ करने की शुरूआत हुई, सतर्क नागरिक मोबाइल एप्लीकेशन शुरू किया, विजिलेंस ऑफिस खोले गए और इलेक्ट्रॉनिक विजिलेंस क्लीयरेंस सिस्टम भी स्थापित किया गया है। उन्होंने कहा कि पूरे जम्मू-कश्मीर में रोजगार का सबसे बड़ा माध्यम पर्यटन है और जनवरी,2022 से लेकर आज तक जम्मू-कश्मीर में एक करोड़ 62 लाख पर्यटक आए हैं जो आज़ादी के 75 सालों में सबसे अधिक हैं। उन्होने कहा कि पुंछ,राजौरी,जम्मू और घाटी सहित जम्मू कश्मीर के विभिन्न क्षेत्रों में पर्यटन से सबसे ज्यादा रोजगार मिला है। श्री शाह ने कहा कि 70 साल से जम्मू-कश्मीर के लोगों की मांग थी कि यहां से अंतरराष्ट्रीय उड़ान शुरू हो। इसे पूरा करते हुए प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने श्रीनगर से शारजाह तक की सीधी फ्लाइट की शुरूआत की है। पहले श्रीनगर और जम्मू से रात्रि फ्लाइट नहीं थी प्रधानमंत्री मोदी जी ने यहाँ से रात्रि फ्लाइट भी शुरू की।
अमित शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने निरंतर दहशतगर्दों और अलगाववादियों के खिलाफ कठोर मुहिम चलाई है जिसके परिणामस्वरूप जम्मू-कश्मीर में आतंकवादी घटनाओं की संख्या में बहुत कमी आई है। 2006 से 2013 के बीच आतंकवादी घटनाओं की संख्या 4,766 थी जबकि अनुच्छेद 370 हटने के बाद 2019 से 2022 में आतंकवादी घटनायें 4,766 से घटकर सिर्फ 721 रह गई। साथ ही सुरक्षाबलों की मृत्यु की संख्या में भी कमी आई है । इससे पता चलता है कि अब जम्मू कश्मीर सुरक्षित हो गया है। केन्द्रीय गृह मंत्री ने कहा कि पहले आए दिन पथराव के खबरें आती थीं लेकिन अब यह समाचार नहीं आते क्योंकि प्रधानमंत्री जी ने युवाओं के हाथ से पत्थर लेकर लैपटॉप थमाने का काम किया है, उन्हें रोजगार देने का काम किया है,यह परिवर्तन जम्मू कश्मीर के लिए बहुत महत्वपूर्ण है।
केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री ने कहा कहा कि जिस राजौरी में कभी मेडिकल कॉलेज बनने की कल्पना भी नहीं की जा सकती थी, आज यहाँ मोदी जी ने मेडिकल कॉलेज खोलकर न केवल यहां के बच्चों को डॉक्टर बनने का मौका दिया है बल्कि यहां के सभी निवासियों के मुफ्त इलाज़ की व्यवस्था भी की,जिससे यहां के लोगों को अब इलाज़ के लिए जम्मू नहीं जाना पड़ेगा।इसके साथ-साथ कठुआ,डोडा,अनंतनाग,बारामूला में भी मेडिकल कॉलेज बनाए गए। प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में भारत सरकार ने सिर्फ राजौरी में मेडिकल कॉलेज के लिए 139 करोड़ रुपये खर्च किए। 480 करोड़ रुपये के खर्च से राजौरी,धन्नामंडी और सूरनकोट रोड के काम को आगे बढ़ाया गया है। बॉर्डर एरिया डेवलपमेंट एक्सिक्यूशन प्लान के तहत 21 करोड़ रुपये और 28 योजनाएं प्रधानमंत्री जी ने भेजी है। प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के अंतर्गत 3,167 किमी सड़क का निर्माण किया है। जम्मू-पुंछ राजमार्ग को चार लेन बनाने के लिए 1,337 करोड़ रूपये प्रधानमंत्री मोदी जी ने आवंटित किए हैं।
केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री ने कहा कि जम्मू कश्मीर के पहाड़ी क्षेत्रों में 20,000 से ज्यादा घरों में पहली बार बिजली भेजने का काम नरेंद्र मोदी जी ने किया। 75 साल के बाद यहां की माताओं के घरों में बिजली पहुंचने से रोशनी आई है। पूरे जम्मू कश्मीर में 3 लाख 80 हज़ार घरों में रोशनी पहुंचाई गयी है। प्रधानमंत्री विकास पैकेज के तहत बहुत सारे काम किए गए हैं। इनमें से 624 मेगा वाट की किरु HEP परियोजना, 540 मेगा वाट की कार HEP परियोजना और शाहपुर कुण्डी सिचाई और बिजली परियोजना शामिल हैं। श्री शाह ने कहा कि जम्मू में एम्स, आईआईटी, भारतीय प्रबंधन संस्थान, भारतीय जन संचार संस्थान आदि बनाए गये हैं। यहां मेडिकल कॉलेज और जीएमसी इंस्टिट्यूशन भी बनाए गए हैं। केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री ने कहा कि आजादी के शुरुआती 72 सालों में पूरे जम्मू-कश्मीर में 15000 करोड़ रुपये का औद्योगिक निवेश आया वहीं प्रधानमंत्री मोदी जी की औद्योगिक नीति की घोषणा के चलते 2019 से अब तक सिर्फ 3 सालों में 56000 करोड़ रुपये का निवेश हुआ है, इससे जम्मू-कश्मीर के सभी युवाओं को रोजगार प्राप्त होगा। यहां बहुत सारे सहायता समूह, 4500 से ज्यादा यूथ क्लब और कई सारी योजनाएं भी बनाई है। जम्मू और कश्मीर में लगभग दो लाख लोगों को अपना घर दिया गया है। पाँच लाख घरों में नल से जल पहुंचाने का काम किया गया है। पोषण अभियान, मातृ वंदन योजना और स्वास्थ्य मिशन को भी आगे बढ़ाया गया है।
अमित शाह ने कहा कि जम्मू-कश्मीर का विकास मोदी जी की प्राथमिकता है और इसके चलते ही यहां इतना विकास हुआ है। उन्होने कहा कि पहले जम्मू कश्मीर के पहाड़ी भाइयों के साथ अन्याय होता था उनको आरक्षण नहीं मिलता था। प्रधानमंत्री जी ने अनुच्छेद 370 हटा कर आरक्षण का रास्ता साफ कर दिया। आरक्षण पर विचार करने के लिए जस्टिस शर्मा का कमीशन बनाया गया जिसने अपनी सिफ़ारिशें भेज दी है । जिसमें यहां के पहाड़ी, बकरवाल और गुर्जर तीनों को आरक्षण देने की सिफारिश की गयी है।इन सिफारिशों की प्रशासनिक प्रक्रिया समाप्त होते ही गुर्जर, बकरवाल और पहाड़ी भाइयों को आरक्षण का लाभ मिलने वाला है। केन्द्रीय गृह मंत्री ने कहा कि जम्मू कश्मीर के लोगों का जो मोदी जी के प्रति प्यार है यही प्रधानमंत्री को ऊर्जा देता है। गृह मंत्री ने कहा कि कुछ लोग नहीं चाहते हैं कि इस क्षेत्र के अंदर शांति बनी रहे। उन्होंने कहा कि मोदी जी इस क्षेत्र का बेहतर से बेहतर विकास करना चाहते हैं क्योंकि वह जानते हैं कि पीर पंजाल की इन पहाड़ियों को सदियों तक यहां के लोगों ने सुरक्षित रखा है, उनके पुरखों ने भारत की सीमाओं की सुरक्षा के लिए अपना लहू बहाया है। आज देश के बाकी हिस्सों की तरह राजौरी और पुंछ के युवा भी रोजगार से युक्त हो, यहां भी उद्यम लगे, लोगों को आरक्षण का फायदा मिले और यहां से भी एमएलए और एमपी चुनकर जाए। उन्होंने कहा कि मोदी जी पूरे जम्मू कश्मीर का संपूर्ण विकास चाहते हैं। श्री अमित शाह ने लोगों से तीन परिवारों के शासन से जम्मू कश्मीर को मुक्ति दिलाने और मोदी जी के हाथ मजबूत करने का आह्वान किया।