सांसद डॉ अशोक कुमार मित्तल को मिली बड़ी जिम्मेदारी, विदेश मामलों की स्थायी संसदीय समिति के सदस्य के रूप में मिली नियुक्ति
समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 6 अक्टूबर। संसद सदस्य (राज्य सभा), डॉ अशोक कुमार मित्तल को विदेश मंत्रालय के लिए राज्यसभा की संसदीय स्थायी समिति के सदस्य के रूप में नियुक्त किया गया है। जैसे, डॉ मित्तल को सांसद होने के पहले कार्यकाल में ही सौंपा गया है। विदेश मामलों की संसदीय समिति शीर्ष 5 सबसे महत्वपूर्ण लोगों में से एक है।
राज्यसभा से समिति के अन्य सदस्यों में श्री कपिल सिब्बल, श्री प्रकाश जावड़ेकर, श्रीमती जया बच्चन, श्री रंजन गोगोई (भारत के पूर्व मुख्य न्यायाधीश) और अन्य शीर्ष सांसद शामिल हैं। समिति के अध्यक्ष श्री पीपी चौधरी हैं। ‘लोकसभा’ से समिति के अन्य सदस्यों में श्री कल्याण बनर्जी, श्रीमती हरसिमरत कौर बादल, श्रीमती परनीत कौर, श्रीमती नवनीत रवि राणा, श्रीमती पूनम प्रमोद महाजन और अन्य शीर्ष विधायक शामिल हैं।
देश द्वारा उन्हें सौंपी गई जिम्मेदारी पर प्रसन्नता महसूस करते हुए, डॉ मित्तल ने कहा, “मैं स्वीकार करता हूं कि एक समिति सदस्य होने के नाते समिति के अन्य सदस्यों के साथ ईमानदारी से काम करने के बारे में देश के लिए काम के बारे में आम सहमति तक पहुंचने के बारे में है। मैं ईमानदारी से देश की उम्मीदों पर खरा उतरने का वादा करता हूं।”
संसदीय समिति को लघु विधायिका के रूप में भी जाना जाता है। समितियों में विधेयकों, बजट और नीतिगत मामलों पर चर्चा का एक बड़ा हिस्सा होता है। इसके बाद समिति की सिफारिश सदन को भेजी जाती है। इसीलिए समितियों को लघु विधायिका कहा जाता है, जहाँ समिति के सदस्य सामूहिक समूह के रूप में निर्णय लेते हैं।