यूजी कोर्स 2022:भारत को विश्वगुरु बनाने के मार्ग में आने वाली चुनौतियों के बारे में बताएगा इलाहाबाद यूनिविर्सिटी,शुरू किया यूजी कोर्स

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समग्र समाचार सेवा
लखनऊ, 13अक्टूबर।इलाहाबाद विश्वविद्यालय द्वारा एकेडमिक ईयर 2023-23 से भारत को विश्वगुरु कैसे बनाए इसकी पढ़ाई कराई जाएगी. इस बाबत अंडर ग्रेजुएट यानी यूजी कोर्स की शुरुआत की जाएगी. जहां छात्रों को बताया जाएगा कि भारत को विश्वगुरु कैसे बना सकते हैं. बता दें कि यह कोर्स 4 वर्षीय होगा. इस बाबत इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के एजुकेशन डिपार्टमें ने कहा है कि इस कोर्स में छात्रों को भारत को विश्वगुरु बनने में आने वाली चुनौतियों के बारे में बताया जाएगा और दुनिया का नेतृत्व करना सीखाया जाएगा.

विभाग द्वारा बताया गया कि स्टूडेंट एजुकेशन के क्षेत्र में नई जरूरतों, भारतीय ज्ञान परंपरा और इसकी जरूरत के बारे में पढ़ाई करेंगे. भारत को कैसे विश्वगुरु बनाया जाए, इसके लिए यूजी कोर्स उपलब्ध कराया जाएगा. यूनिवर्सिटी द्वारा फिलहाल इसका सिलेबस तैयार किया जा रहा है. बोर्ड ऑफ स्टडीज से मंजूरी मिलने के बाद नए कोर्स को मंजूरी के लिए एकेडमिक काउंसिल के पास भेजा जाएगा.

NEP के तहत तैयार हुआ कोर्स
एजुकेशन डिपार्टमेंट के अध्यक्ष और एफआरसी के निदेशक प्रोफेसर धनंजय यादव ने इस बाबत कहा कि नेशनल एजुकेशन पॉलिसी के तहत नया कोर्स तैयार किया गया है. नए कोर्स में स्टूडेंट्स को मुख्य विषयों के साथ साथ रोजगार योग्य पाठ्यक्रमों को पढ़ाया जाएगा. यूजी कोर्स में पहली बार करियर स्टडीज और पर्सनैलिटी डेवलपमेंट कोर्सको शामिल किया गया है. इस कोर्स के चौथे वर्ष में टूर और प्रोजेक्ट को शामिल किया जाएगा.

पढ़ाए जाएंगे तीन कोर्स
भारत को विश्वगुरु कैसे बनाए इस बाबत लाए जा रहे नए यूजी कोर्स के पहले और सेकेड ईयर में छात्रों को तीन कोर्सेस की पढ़ाई करनी होगी. इसके बाद फर्स्ट ईयर के बाद सर्टिफिकेट दिया जाएगा और सेकेंड ईयर के बाद डिप्लोमा दिया जाएगा. तीसरे वर्ष में दो साल के विषय शामिल होंगे और चौथे ईयर में कोर सबजेक्ट पढ़ाया जाएगा.

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