हिन्दूओं के त्योहारो पर शुभकामनाओं के साथ अंग्रेजी में लंगोट वाले शब्दों का प्रयोग क्यों?

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सारी दुनिया में हिन्दु के त्योहारों की धुम होती है। होली हो दशहरा हो या दिवाली ….इन त्योहारों पर भारत की संस्कृति ने सभी जगहों पर अपनी अलग पहचान बनाई है। सबसे बड़ी बात है कि भारत के सभी त्योहारों की अपनी अलग अलगा कहानी है इनका विशेष महत्व भी है। जिसके कारण हिन्दुओं के त्योहारों का देश भर में मनाया जाना इस बात को साबित करता है कि हमारी संस्कृति ही हमें अन्य जगहों में एक अलग और विशेष स्थान देते है जिसके कारण हमारी पहचान सबसे उंचे और सम्मानजनक है।

लेकिन देश में अंग्रेजों ने शासन क्या कर लिया जाते जाते अपनी अंग्रेजी यही छोड़ गए हालांकि ये और बात है कि भारत कि संस्कृति ने विदेशों में भी वहीं अपनी पहचान बनाई है और वहीं के लोग हमारी संस्कृति को अपनाने में कोई शर्म महसूस नही करते है लेकिन भारत के हिन्दुंओं को ना जानें कैसा शौक लगा है कि वे अपनी संस्कृति छोड़कर अंग्रेंजो पहनावे के साथ साथ भाषा को भी विशेष स्थान देने लगे है।
जैसे आप इसका उदाहरण यही देख लिजिए-
दुनिया का कोई भी मुस्लिम दुनिया में कहीं भी हो कभी भी उनके ईद के त्योहार पर “HAPPY EID” नहीं कहते। वे “ईद मुबारक” ही कहेंगे।

दुनिया के कोई भी ईसाई (क्रिश्चयन) दुनिया में कहीं भी हो वे कभी भी क्रिसमस के दिन “HAPPY CHRISMAS” नहीं कहते। वे “मेरी क्रिसमस” ही कहेंगे।

Happy DIWALI,
Happy NAVARATRI,
Happy DASHARA

ऐसे अंग्रेजी लंगोट लगाए हुए शब्द केवल हिंदू ही बनाते हैं , क्योंकि

शुभ दीपावली, दीपावली की शुभकामनाएँ, दीपावली की राम राम ……..
शुभ दशहरा, दशहरे की हार्दिक शुभकामनाएं….
शुभ नवरात्रि , नवरात्रि की हार्दिक शुभकामनाएं….

ये शब्द हमें पिछड़े हुए लगते हैं ना….

ऐसा क्यों?

इसका एकमात्र कारण है कि हमारे में अपनी भाषा, अपनी संस्कृति, अपनी पहचान के प्रति स्वाभिमान-गौरव का भाव नहीं है।

याद रखें कि अपनी भाषा, संस्कृति ही हमारी पहचान है और हमारी पहचान हम खुद ही मिटा रहे हैं।

ऐसे हम हमारी मातृभाषा में भी शुभकामनाएं दे सकते हैं।
मराठी लोग मराठी भाषा में दे सकते हैं,
गुजराती लोग गुजराती भाषा मे दे सकते हैं,
बिहारी लोग बिहारी भाषा में दे सकते हैं,
पंजाबी लोग पंजाबी भाषा में दे सकते हैं, बंगाली लोग बंगला में दे सकते हैं या देश स्तर पर संस्कृत या शुद्ध हिंदी भाषा का उपयोग करें।

गर्व करो हम दुनिया के सबसे प्राचीन और सबसे महान सनातन वैदिक हिंदु धर्म मे जन्मे हैं।

याद रखें : दीपावली आ रही है कोई Happy Depawali नहीं लिखेंगे या बोलेंगे❤️

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