महाराष्ट्र में बारिश से प्रभावित किसानों को दिया जाएगा मुआवजा- सीएम एकनाथ शिंदे

कृपया इस पोस्ट को साझा करें!

समग्र समाचार सेवा
नागपुर, 25अक्टूबर। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने मंगलवार को कहा कि उन्होंने राज्य के कुछ हिस्सों में अत्यधिक बारिश के कारण फसलों के नुकसान के आकलन की प्रक्रिया में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं और आश्वासन दिया है कि प्रभावित किसानों को मुआवजा दिया जाएगा. शिंदे ने कहा कि उन्होंने युद्ध स्तर पर नुकसान का ‘पंचनामा’ (मौके पर जाकर आकलन) करने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने कहा, “प्रभावित किसानों को मुआवजा मिलेगा, उन्हें उनके मौजूदा हालात पर छोड़ा नहीं जाएगा. सरकार किसानों के साथ खड़ी है.”

विदर्भ क्षेत्र के गढ़चिरौली जिले के दौरे से पहले नागपुर एयरपोर्ट पर मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने संवाददाताओं से कहा कि उनकी सरकार ने पिछले तीन महीनों में लोगों के हित में “72 बड़े फैसले” लिए हैं और वह विपक्ष की आलोचना का जवाब उनकी सरकार ने जो काम किया है, उसे दिखाकर देंगे.

मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने यह भी कहा कि कैबिनेट का विस्तार उचित समय पर होगा. राज्य के कुछ हिस्सों में हाल ही में हुई अत्यधिक बारिश के कारण प्रभावित किसानों को मुआवजे के भुगतान की स्थिति के बारे में पूछे जाने पर शिंदे ने कहा कि उन्होंने युद्ध स्तर पर नुकसान का ‘पंचनामा’ (मौके पर जाकर आकलन) करने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने कहा, “प्रभावित किसानों को मुआवजा मिलेगा, उन्हें उनके मौजूदा हालात पर छोड़ा नहीं जाएगा. सरकार किसानों के साथ खड़ी है.”

शिंदे ने कहा कि नागपुर से शिरडी तक बने समृद्धि एक्सप्रेसवे के अगले महीने जनता के लिए खोले जाने की उम्मीद है. मौजूदा समय में चल रही समृद्धि एक्सप्रेसवे परियोजना का उद्देश्य विदर्भ के सबसे बड़े शहर नागपुर को देश की वित्तीय राजधानी मुंबई से जोड़ना है. कांग्रेस नेता नाना पटोले द्वारा सत्तारूढ़ शिंदे-भाजपा सरकार की आलोचना पर मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार प्रचंड बहुमत से बनी है. मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले तीन महीनों में उनकी सरकार ने “जनहित में 72 बड़े फैसले” लिए हैं.

मुख्यमंत्री ने कहा कि हाल ही में हुए ग्राम पंचायत चुनावों में भाजपा को 397 सीटें मिलीं और बालासाहेबंची शिवसेना (शिंदे के नेतृत्व वाली) को 243 सरपंच मिले. शिंदे ने कहा, “इस बड़ी जीत ने उन्हें डरा दिया है. विपक्षी दलों को हमारी आलोचना करने दें, हम उन्हें अपने काम से जवाब देंगे.”

कृपया इस पोस्ट को साझा करें!
Leave A Reply

Your email address will not be published.