बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज में इन्व-आईटी एनसीडी का सूचीबद्ध किया जाना ऐतिहासिक घटना है- नितिन गडकरी
नितिन गडकरी ने बॉम्बे स्टॉक एक्सजेंच में घंटी बजाकर एनएचएआई इन्व-आईटी अपरिवर्तनीय डिबेंचर को सूचीबद्ध किया
समग्र समाचार सेवा
मुम्बई, 28अक्टूबर। सड़क यातायात और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने आज मुम्बई में 9.15 बजे प्रातः घंटी बजाकर एनएचएआई इन्व-आईटी अपरिवर्तनीय डिंबेचरों को सूचीबद्ध करने की रस्म पूरी की। इस अवसर पर भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण की अध्यक्ष श्रीमती अलका उपाध्याय और अन्य गणमान्य उपस्थित थे। श्री गडकरी ने सभी संस्थागत और खुदरा निवेशकों को उनके भरपूर उत्साह और भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण की साख में भरोसा जताने के लिये धन्यवाद दिया।
गडकरी ने कहा कि बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज में इन्व-आईटी एनसीडी का सूचीबद्ध किया जाना ऐतिहासिक घटना है, क्योंकि यह इंफ्रा-फंडिंग में जन भागीदारी की नई सुबह है। खुलने के केवल सात घंटे के भीतर इन्व-आईटी का दूसरा दौर जरूरत से सात गुना अधिक दर्ज किया गया। उन्होंने कहा कि यह उच्च साख के साथ प्रतिवर्ष 8.05 प्रतिशत का कारगर परिणाम देगा। श्री गडकरी ने कहा कि उन्हें इस बात की खुशी है कि हम आखिरकार खुदरा निवेशकों (सेवानिवृत्त नागरिकों, वेतनभोगी व्यक्तियों, छोटे व मध्यम व्यापारियों) को अवसर देंगे कि वे राष्ट्र-निर्माण गतिविधियों में हिस्सा ले सकें। उन्होंने कहा कि न्यूनतम निवेश सीमा महज़ 10 हजार रुपये रखी गई है।
गडकरी ने कहा कि सड़क अवसंरचना परियोजना में आंतरिक लाभ दर बहुत अच्छी है। उन्होंने कहा कि 26 ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस-वे और कई अन्य परियोजनायें शुरू होने वाली हैं, जो अधिक से अधिक निवेश अवसर प्रदान करेंगी। उन्होंने निवेशकों से कहा कि वे अवसंरचना परियोजनाओं को समर्थन देना जारी रखें, ताकि देश को पांच ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाये जाने के बारे में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की परिकल्पना पूर्ण हो सके। उन्होंने कहा कि अवंसरचना परियोजनायें आर्थिक रूप से उपयोगी हैं और बेहतर लाभ देती हैं।
गडकरी ने कहा कि बॉन्ड्स एक बड़ा अवसर है, जिसके जरिये आत्मनिर्भर भारत सम्बंधी प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की परिकल्पना पूरी हो सकती है। उन्होंने कहा कि अवसंरचना, खासतौर से सड़कों से सम्बंधित अवसंरचना में बड़ा निवेश देश के सामाजिक-आर्थिक विकास के लिये अत्यंत महत्त्वपूर्ण है। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि ज्यादा से ज्यादा खुदरा निवेशक अगले दौरों में हिस्सा लेंगे तथा धीरे-धीरे वे संस्थागत निवेशकों से आगे निकल जायेंगे।