समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 4नवंबर। भारत ने बुधवार को ओडिशा के एपीजे अब्दुल कलाम द्वीप से दूसरे चरण की बैलिस्टिक मिसाइल डिफेंस (BMD) इंटरसेप्टर AD-1 का सफलतापूर्वक परीक्षण किया। यह मिसाइल सभी प्रकार के लक्ष्यों को भेदने में पूरी तरह से सक्षम है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने AD-1 के सफल उड़ान परीक्षण से जुड़ी DRDO और अन्य टीमों को बधाई देते हुए इस मिसाइल को एडवांस टेक्नोलाजी वाले एक विशेष प्रकार के इंटरसेप्टर के रूप में बताया, जो दुनिया के बहुत कम देशों के पास उपलब्ध है।
रक्षा मंत्रालय ने बताया कि विभिन्न भौगोलिक स्थानों पर स्थित सभी बैलिस्टिक मिसाइल डिफेंस (BMD) हथियार प्रणाली तत्वों की भागीदारी के साथ इस मिसाइल का परीक्षण ओडिशा के तट पर एपीजे अब्दुल कलाम द्वीप से किया गया। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इस मिसाइल को एडवांस टेक्नोलाजी वाले एक विशेष प्रकार के इंटरसेप्टर के रूप में बताया है।
लंबी दूरी की इंटरसेप्टर मिसाइल है AD-1
रक्षा मंत्रालय ने कहा, ‘रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) ने दो नवंबर को ओडिशा के तट पर एपीजे अब्दुल कलाम द्वीप से दूसरे चरण की बैलिस्टिक मिसाइल डिफेंस (BMD) इंटरसेप्टर AD-1 मिसाइल का सफलतापूर्वक परीक्षण किया है।’ मंत्रालय द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक, AD-1 एक लंबी दूरी की ‘इंटरसेप्टर’ मिसाइल है जिसे लंबी दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल के साथ-साथ विमान को रोकने के लिए डिजाइन किया गया है।
रक्षा मंत्रालय ने कहा कि इस मिसाइल को स्वदेशी तकनीकों के साथ विकसित किया गया है जो एडवांस कंट्रोल सिस्टम , नेविगेशन और गाइडेंस एल्गोरिदम से लैस है। मंत्रालय के मुताबिक यह दो चरणों वाली ठोस मोटर द्वारा संचालित मिसाइल है। यह मिसाइल पृथ्वी के वायुमंडल के सबसे ऊपरी हिस्से में मिशन को पूरा करने में सक्षम है।