1-अश्विनी नक्षत्र का कुचला,
2-भरणी-आँवला,
3-कृत्तिका-उदुंबर/गूलर,
4-रोहिणी-जामुन,
5-मृगशिरा-खैर,
6-आर्द्रा-कृष्णागुरु,
7-पुनर्वसु-बाँस,
8-पुष्य-पीपर,
9-अश्लेषा-चंपा,
10-मघा-बड़वट,
11-पूर्वा फाल्गुनी-पलाश,
12-उत्तरा फाल्गुनी-कनेर,
13-हस्त-चमेली,
14-चित्रा-बेल,
15-स्वाति-कांहा/कोह,
16-विशाखा-कैथ,
17-अनुराधा-मौलसरी,
18-ज्येष्ठा-शाल्मली/सेवर,
19-मूल-साल/सखुआ,
20-पूर्वाषाढ़ा-वैंत,
21-उत्तराषाढ़ा-कटहल,
22-श्रवण-आंकड़ा,
23-धनिष्ठा-समी/सफेद कीकर,
24-शतभिषा-कदंब,
25-पूर्वभाद्रपदा-आम,
26-उत्तराभाद्रपदा-नीम
27-रेवती-महुआ
वन्देमातरम।जय श्री कृष्णा।।