बिहार विधानसभा के शीतकालीन सत्र का आखिरी दिन: बीजेपी विधायकों ने सारण शराबकांड में की मुआवजे की मांग

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समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 19दिसंबर। बिहार विधानसभा के शीतकालीन सत्र के आखिरी दिन सोमवार को भी सारण में जहरीली शराब से हुई लोगों की मौत को लेकर मुख्य विपक्षी दल भाजपा के सदस्यों ने जोरदार हंगामा किया. भाजपा के सदस्य मृतक के परिजनों को मुआवजे की मांग कर रहे हैं. सत्र के अंतिम दिन सदन की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्षी सदस्यों ने सारण में जहरीली शराब से हुई मौत के मामले को लेकर हंगामा शुरू कर दिया. विधानसभा अध्यक्ष अवध बिहारी चौधरी ने सदस्यों को अपने स्थान पर जाने के लिए निवेदन करते रहे, लेकिन सदन में हंगामा जारी रहा.

हंगामे के बीच विधानसभा अध्यक्ष ने प्रतिपक्ष के नेता को बोलने का समय दिया. सिन्हा ने हंगामे के बीच सारण में जहरीली शराब पीने से मरने वाले लोगों के परिजनों को मुआवजे की मांग करते हुए इस मामले की न्यायिक जांच कराने की मांग रखी. उन्होंने कहा कि जब गोपालगंज में जहरीली शराब से हुई मौत के बाद मुआवजा दिया जा सकता है, तो सारण में क्यों नही. उन्होंने प्रस्ताव रखा कि मृतकों के प्रति सदन में शोक प्रकट किया जाए.

विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा के अपनी बात रखने के बाद फिर से हंगामा होने लगा. इस दौरान विपक्षी सदस्य पोस्टर लेकर फिर से वेल में आ गए. इसके बाद विधानसभा अध्यक्ष ने मार्शल को पोस्टर लेने का आदेश दिया. इसके बाद भी जब हंगामा जारी रहा तो अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही दो बजे तक स्थगित कर दी.

वहीं, केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने बिहार में जहरीली शराब से हुई मौत को लेकर राज्य के मुख्यमंत्री द्वारा दिए गए बयान की आलोचना करते हुए कहा है कि राज्य में नीतीश कुमार का इकबाल खत्म हो गया है और अब उन्हें असफल हो चुकी शराब नीति पर पुनर्विचार करना चाहिए. नीतीश कुमार के बयानों की आलोचना करते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा कि ऐसी परिस्थिति में फिर बिहार में पुलिस की जरूरत ही क्या है, राज्य में सभी पुलिस थानों को बंद कर देना चाहिए. नीतीश पर हल्के स्तर का बयान देने का आरोप लगाते हुए सिंह ने कहा कि बिहार की जनता गुस्से में है और नीतीश कुमार को इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा.

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