समग्र समाचार सेवा
जयपुर, 28दिसंबर। आरएलपी के संयोजक और नागौर के सांसद हनुमान बेनीवाल ने मंगलवार को राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर आरपीएससी शिक्षक परीक्षा लीक मामले के आरोपियों का राज्य सरकार से कथित संबंध को लेकर 10 सवाल दागे. उन्होंने सबसे पहले पूछा- क्या पंजाब कैडर के आईएएस अधिकारी अमित ढाका को पंजाब से लाया गया था ताकि यहां पेपर लीक करने की चेन बनाई जा सके और इस तरह के गिरोह फल-फूल सके?
इसके बाद उन्होंने पेपर लीक के आरोपित सुरेश ढाका और तीन साल से अधिक समय से सीएमओ में कार्यरत अमित ढाका के संबंधों पर सवाल उठाया और कहा- इस वजह से सुरेश ढाका खुद को अमित ढाका का भाई और सीएमओ का आदमी बताते हुए हर जगह अपनी ताकत का परचम लहराता था और इसी का फायदा लेकर उसने भर्ती परीक्षा के पेपर करवाने वाले संगठनों और अधिकारियों से सांठगांठ की थी !
गौरतलब है कि राज्य के मंत्री सुभाष गर्ग और मुख्यमंत्री के ओएसडी देवाराम सैनी भी आरईईटी मामले में आरोपी थे, चूंकि गर्ग माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष रह चुके थे और उनके इशारे पर डी.पी. जारोली ने उनकी जगह ली, उन्होंने कहा कि जारोली को आरईईटी पेपर मामले में बर्खास्त कर दिया गया था लेकिन मंत्री ने उन्हें क्लीन चिट दे दी. उन्होंने पूछा- अगर जारोली सही थे, तो उन्हें बर्खास्त क्यों किया गया?
बेनीवाल ने सवाल किया कि, क्या जारोली को क्लीन चिट तभी दी गई ताकि वह उन नेताओं और अधिकारियों के नाम उजागर न कर सकें जिनके नाम आरईईटी पेपर के लीक होने में सामने आए थे. आरईईटी मामले में आरोपी रामकृपाल मीणा का स्कूल तोड़ा गया, अन्य आरोपियों की संपत्तियां क्यों नहीं तोड़ी गईं. उन्होंने कहा कांग्रेस नेता मंजू शर्मा के बेटे को कांस्टेबल पेपर लीक मामले में गिरफ्तार किया गया था, उसका स्कूल क्यों नहीं तोड़ा गया.
आरएलपी प्रमुख ने कहा कि आरपीएससी अध्यक्ष ने पेपर लीक करने में कोचिंग सेंटर संचालकों की भूमिका और ठग गिरोह में उनकी संलिप्तता के बारे में बात की और गहलोत से पूछा कि सरकार ऐसे कोचिंग सेंटरों के खिलाफ कार्रवाई कब करेगी, जिसमें नौकरशाह और अन्य अधिकारी शामिल हैं. उन्होंने गहलोत से पूछा, आपके ओएसडी देवाराम सैनी के करीबी रिश्तेदारों की भी कोचिंग में पार्टनरशिप है, ऐसे में आप इस मामले की पूरी जांच कब कराएंगे कि पेपर निकलवाने में आपके ओएसडी की भूमिका थी या नहीं.
बेनीवाल ने यह भी कहा कि आरोपी सुरेश ढाका राजस्थान के एक दर्जन सत्तारूढ़ पार्टी के नेताओं और मंत्रियों और हरियाणा और दिल्ली के कई कांग्रेस नेताओं के ट्विटर हैंडल संचालित करता था और नेताओं के सहयोग के बिना इतना बड़ा काम नहीं कर सकता था, उन्होंने गहलोत से जवाब मांगा. आखिर में उन्होंने पूछा कि किन कांग्रेस नेताओं और मंत्रियों ने राहुल गांधी से मिलने में सुरेश ढाका की मदद की.
सुरेश ढाका आरपीएससी शिक्षक पेपर लीक मामले में मुख्य आरोपी है. वह कथित तौर पर दिग्गज नेताओं के सोशल मीडिया अकाउंट हैंडल को मैनेज करता था और उसने अपने अकाउंट को वेरिफाई कराया था.
(इनपुट-आईएएनएस)