मुस्लिमों की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने के आरोप में योग गुरु रामदेव के खिलाफ अदालत में परिवाद पत्र दायर
समग्र समाचार सेवा
मुजफ्फरपुर, 4 फरवरी। योग गुरु रामदेव द्वारा इस्लाम पर की गई कथित भड़काऊ टिप्पणी के खिलाफ बिहार के मुजफ्फरपुर जिले की एक अदालत में शनिवार को एक परिवाद पत्र दायर किया गया. मुजफ्फरपुर के सामाजिक कार्यकर्ता तमन्ना हाशमी ने मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी की अदालत में रामदेव के खिलाफ दर्ज कराई गई उक्त शिकायत में कथित तौर पर मुसलमानों की धार्मिक भावनाओं को आहत करने के मामले में उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने की मांग की है.
सामाजिक कार्यकर्ता हाशमी ने शिकायत दर्ज कराने के बाद संवाददाताओं से कहा, “मुसलमानों और इस्लाम के खिलाफ रामदेव द्वारा दिया गया बयान आपत्तिजनक है और यह मुस्लिम समुदाय के लोगों की भावनाओं को आहत करता है.”
हाशमी ने कहा, राजस्थान के बाड़मेर में एक कार्यक्रम में भड़काऊ टिप्पणी करते हुए योग गुरु रामदेव ने हिंदू धर्म की तुलना इस्लाम और ईसाई धर्म से करते हुए मुसलमानों पर आतंक का सहारा लेने और हिंदू महिलाओं का अपहरण करने का आरोप लगाते हुए कहा था कि मुसलमान दिन में पांच बार नमाज पढ़ते हैं और फिर जो चाहे करते हैं. वे हिंदू लड़कियों का अपहरण करते हैं और सभी प्रकार के पाप करते हैं. उनके भाषण का एक वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आया है.”
बिहार के मुजफ्फरपुर के सामाजिक कार्यकर्ता तमन्ना हाशमी ने आरोप लगाया कि योग गुरु रामदेव ने यह भड़काऊ टिप्पणी कर मुसलमानों की भावनाएं आहत की है.