गुस्ताखी माफ़ हरियाणा।
पवन कुमार बंसल।
बंसल साहिब ,आप तो मेरे आदमियों के पीछे ही पढ़ गए- भजन लाल
जिक्र किया था की करीब तीन दशक पहले हिसार के तत्कालीन रोडवेज के जनरल मैनेजर ,एम पी बंसल ने तत्कालीन सीएम भजन लाल का ऐच्छिक कोटे का प्लाट लेने का प्रस्ताव नर्मता से अस्वीकार कर दिया था। कुछ दिनों बाद भजन लाल ने उन्हें अपनी पंद्रह सेक्टर, हिसार स्थित कोठी पर बुलाया। भजन लाल ने उन्हें कहा की आप तो मेरे आदमियों के पीछे ही पढ़ गए। अब यह सुनकर बंसल साहिब हैरान। उनसे ऐसा क्या गुनाह हो गया ?
फिर भजन लाल ने कहा की आप मेरे आदमियों की जीपों और टेम्पुओं का चालान कर भारी जुर्माना लगा रहे हो। अब बंसल साहिब को बात समझ आयी और उन्होंने सफाई दी की वो ऐसा करके राजस्व को नुकसान कर रहे है।
भजन लाल की एक खासियत थी की वो सांप भी मर जाये और लाठी भी न टूटे वाली नीति में विश्वास रखते थे। सो कहा की में आपका तबादला कर रहा हूँ। बताओं कहा लगना है। फिर कहा की आपको एडिशनल एक्साइज एंड टैक्सेशन कमिश्नर लगा देते है। बंसल ने कहा की सर न बाबा -बाबा न। इस महकमे से तो दूर ही अच्छा। कालिख का टीका जरूर लगेगा।
उन्हें लगाया मार्केटिंग बोर्ड में:
वहा भी पन्गा हो गया। सर्विस सिलेक्शन बोर्ड ने एक व्यक्ति का चयन कर दिया जिसकी बी ए की डिग्री नकली थी। अब उसका केस जोइनिंग लिए महकमे के पास आया।पुलिस वेरिफिकेशन में डिग्री नकली पाई तो बंसल ने ज्वाइन नहीं करवाया। भजन लाल के ओ एस डी ने भी फ़ोन किया। मार्केटिंग बोर्ड के प्रशाशक आई ए एस अफसर ने भी कहा। बात भजन लाल तक गयी क्योंकि वो व्यक्ति भजन लाल का समर्थक था। सो रुपये की बात की उसकी जॉयनिंग नहीं हुई।
फिर नारनौल में हुआ पन्गा:
जनाब भूपिंदर हूडा के चीफ मिनिस्टर रहते बंसल , नरनौल में डिप्टी कमिश्नर थे। जमीनों के रिकॉर्ड में हेराफेरी के आरोप में उन्होंने एक कानूनगो को डिसमिस कर दिया। जब हूडा ने उन्हें कहा तो उन्हे बता दिया की जनाब उसने जमीनों का रिकॉर्ड टेम्पर किया है। कुछ समय बाद उनका तबादला हो गया।
फिर अगले डिप्टी कमिशनर ने काम कर दिया। अब बंसल हिसार में रिटायर्ड लाइफ बिता रहे है। बेटी दिल्ली कैडर की आई ए एस और दामाद आई पी एस है।