समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली ,21 फरवरी।चीन में शी जिनपिंग की सरकार के खिलाफ जो भी आवाज उठाता है या उनकी सोच से अलग विचार रखता है तो वो ‘गायब’ हो जाता है। बाओ फैन, जैक मा, गुओ गुआंगचांग ऐसे कई उदाहरण सामने आए हैं।
चीन के एक हाई प्रोफाइल इन्वेस्टमेंट बैंकर बाओ फैन लापता हो गये हैं। बाओ चीन रेनसॉ होल्डिंग्स लिमिटेड के चेयरमैन और सीईओ है। इस बात की पुष्टि बाओ की कंपनी रेनसॉ ने खुद सार्वजनिक तौर पर की है। कंपनी ने 16 फरवरी 2023 को बताया कि कंपनी अपने चेयरमैन से बीते दो दिनो से संपर्क नहीं कर पा रही है। बाओ ऐसे समय में लापता हुए है जब साल 2021 के आखिरी महीनों से चीन में एंटी करप्शन जांच लगातार जारी है जिससे चीन के 60 लाख करोड़ डॉलर के वित्तीय सेक्टर को तगड़ा झटका लगा है।
अब सवाल यह है कि चीन में अरबपतियों के गायब होने का सिलसिला थम क्यों नहीं रहा है। 2 साल पहले अलीबाबा के फाउंडर जैक मा के साथ भी कुछ ऐसा ही हुआ था। इससे पहले भी कुछ बिजनेसमैन ऐसे ही गायब हो गये थे। ऐसे में यह कयास लगाए जा रहे हैं कि बाओ फैन के गायब होने के पीछे चीन की शी जिनपिंग सरकार का हाथ है। दरअसल ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक, बाओ से उनकी कंपनी के प्रेसिडेंट कोंग लिन के भ्रष्टाचार से जुड़े एक मामले में महीनों से पूछताछ की जा रही थी। वहीं चीन में जब-जब कोई बड़ा कारोबारी किसी तरह की सरकारी जांच में शामिल होता है, उसकी गुमशुदगी की खबरें आती हैं। क्योंकि चीन सरकार देश के वित्त उद्योग पर नए सिरे से शिकंजा कसने की तैयारी कर रही है।
गुओ गुआंगचांग
साल 2015 में समूह फोसुन इंटरनेशनल के अध्यक्ष अरबपति गुओ गुआंगचांग भी ऐसे ही लापता हो गये थे। उन्हें चीन का वारेन बफेट कहा जाता है। हालांकि वे कुछ दिनों बाद फिर सबके सामने आये। गुओ ने कथित तौर पर अपनी अनुपस्थिति के दौरान एक अनिर्दिष्ट जांच में सरकारी अधिकारियों की मदद की। खुलासा हुआ कि गुआंगचांग को चीन की सरकार ने तो एयरपोर्ट से ही उठवा लिया था।
जिओ जियानहुआ
साल 2017 में चीनी-कनाडाई कारोबारी जिओ जियानहुआ भी हांगकांग से अचानक गायब हो गये थे। बाद में रिपोर्ट आयी कि उन्हें चीनी अधिकारी उठा ले गये थे और साल 2022 में उन पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाकर उन्हें जेल भेज दिया गया। भ्रष्टाचार के मामले में जियानहुआ को शंघाई कोर्ट ने 13 साल की सजा सुनाई थी।
रेन झिकियांग
साल 2020 में चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग को कथित तौर पर ‘जोकर’ बोलने के बाद रेन झिकियांग भी अचानक से कई महीनों के लिए गायब हो गये थे। चीन के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ घनिष्ठ संबंध रखने वाले रियल एस्टेट व्यापारी रेन झिकियांग ने मार्च 2020 में कोरोना महामारी से निपटने में चीनी राष्ट्रपति की असफलता पर नाराजगी जताई थी। इस बयान के बाद झिकियांग पर सरकार की तरफ से भ्रष्टाचार से संबंधित अपराधों के आरोप भी लगाये गये। फिर बाद में उन्हें भ्रष्टाचार के आरोप में 18 साल की जेल हुई।
जैक मा
चीन की वित्तीय नियामक प्रणाली और चीन की जिनपिंग सरकार की आलोचना करने के बाद अलीबाबा के संस्थापक और अरबपति जैक मा कई महीनों तक गायब रहे। नवंबर 2020 में उन्होंने आखिरी ट्वीट किया था और 2021 में उनका एक वीडियो सामने आया था। वीडियो में जैक कह रहे हैं कि कोरोना महामारी खत्म होने के बाद हम दोबारा मिलेंगे।
क्यू देजुन
10 फरवरी 2023 को भी सीजेन ग्रुप (चीनी निवेश फर्म) की फाइलिंग में वाइस चेयरमैन क्यू देजुन के लापता होने की सूचना दी गई। हालांकि, इसके बारे में अभी तक कोई जानकारी नहीं है।
चीन में क्यों गायब हो रहे हैं अरबपति?
साल 2012 में सत्ता में आने के बाद चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग द्वारा शुरू किए गए भ्रष्टाचार विरोधी अभियान ने पूरे चीन में खौफ पैदा कर रखा है। रिपोर्ट बताती है कि इसके तहत अब तक लाखों लोगों की जांच की जा चुकी है। जिसमें बड़े बिजनेसमैन, सेना के जवान और अधिकारी, कई सरकारी विभागों के कर्मचारियों को सजा दी जा चुकी है। माना जा रहा है कि वहां के अरबपति बिजनेसमैन भी सरकार के डर से छिप जाते हैं।
चीन ने 2017 तक भ्रष्टाचार के लिए 210,000 अधिकारियों को दंडित किया था। केंद्रीय अनुशासन निरीक्षण आयोग (सीसीडीआई) ने एक बयान में कहा था भ्रष्टाचार रोधी संस्थानों को इस साल 13.1 लाख शिकायतें मिलीं और 2,60,000 मामले खोले गये हैं। वहीं चीन की समाचार एजेंसी शिन्हुआ के मुताबिक शी जिनपिंग की पार्टी की ने आचार संहिता और अन्य अपराधों के उल्लंघन के लिए 415,000 लोगों को दंडित किया था। जबकि अमेरिका की मशहूर मैग्जीन फोर्ब्स के मुताबिक जब-जब सत्ताधारी कम्युनिस्ट पार्टी या राष्ट्रपति शीं जिनपिंग के साथ किसी चीनी उद्योगपति की अनबन होती है वह अचानक से गायब हो जाता है।