हमारे फोटोग्राफर हमारी अनूठी सांस्कृतिक पूंजी को दुनिया के सामने प्रस्तुत कर सकते हैं: डॉ. मुरुगन

केन्द्रीय राज्यमंत्री डॉ. एल. मुरुगन ने आठवें राष्ट्रीय फोटोग्राफी पुरस्कार प्रदान किए

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समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 7 मार्च। केन्द्रीय सूचना एवं प्रसारण राज्यमंत्री डॉ. एल. मुरुगन ने आज नई दिल्ली में आठवें राष्ट्रीय फोटोग्राफी पुरस्कार प्रदान किए।

3,00,000 रुपये के नकद पुरस्कार के साथ एक लाइफटाइम अचीवमेंट पुरस्कार; वर्ष का पेशेवर फोटोग्राफर की श्रेणी और वर्ष का शौकिया फोटोग्राफर की श्रेणी में क्रमशः 1,00,000 रुपये और 75,000 रुपये के नकद पुरस्कार के साथ एक पुरस्कार; और 50,000 रुपये एवं 30,000 रुपये के नकद पुरस्कार के साथ पेशेवर तथा शौकिया, दोनों श्रेणियों में पांच विशेष उल्लेख पुरस्कार सहित कुल 13 पुरस्कार प्रदान किए गए।

सुश्री शिप्रा दास को लाइफटाइम अचीवमेंट पुरस्कार से सम्मानित किया गया। वर्ष का पेशेवर फोटोग्राफर का पुरस्कार शशि कुमार रामचंद्रन को दिया गया, जबकि अरुण साहा ने वर्ष का शौकिया फोटोग्राफर का पुरस्कार प्राप्त किया। आज के समारोह के दौरान कुल तेरह पुरस्कार प्रदान किए गए, जिनमें पेशेवर और शौकिया श्रेणी में 6-6 पुरस्कार शामिल हैं। पेशेवर श्रेणी के लिए विषय “जीवन और जल” था, जबकि शौकिया श्रेणी में विषय “भारत की सांस्कृतिक विरासत” था।

अपने संबोधन की शुरुआत में, डॉ. मुरुगन ने सभी पुरस्कार विजेताओं को बधाई दी और कहा कि विजेता विविध पेशेवर पृष्ठभूमि से आते हैं, लेकिन जो चीज़ उन्हें बांधती है, वह है- फोटोग्राफी के लिए उनका जुनून। उन्होंने आगे कहा कि ये पुरस्कार, इन फोटोग्राफरों की असाधारण प्रतिभा और उत्कृष्ट क्षमताओं को पहचान देते हैं।

मंत्री महोदय ने आगे कहा कि फोटोग्राफी एक सार्वभौमिक विजुअल लैंग्वेज है; एक ऐसी भाषा, जो समय और स्थान से परे है, यह वर्तमान को दस्तावेज के रूप में पेश करती है और अतीत को देखने का अवसर प्रदान करती है। तस्वीरें झूठ नहीं बोलती हैं और हमेशा हर काम और भावना के सच को सामने रखतीं हैं। मंत्री महोदय ने स्वतंत्रता आंदोलन और इसके सेनानियों को अमर बनाने में तस्वीरों के योगदान को याद किया। उन्होंने कहा कि आज हम इन तस्वीरों का स्मरण करते हैं, क्योंकि हम आजादी का अमृत महोत्सव मना रहे हैं।

डॉ. मुरुगन ने सभी फोटोग्राफरों के अपने काम के प्रति समर्पण और बातें कहने की सहज इच्छा के लिए सराहना की। उन्होंने कहा कि फोटोग्राफर तथ्यों, आंकड़ों और बयानों को महत्वपूर्ण बना सकते हैं तथा झूठ और नकल का पर्दाफाश कर सकते हैं। उन्होंने आगे कहा कि हमारे शानदार फोटोग्राफर हमारी समृद्ध और अनूठी सांस्कृतिक विरासत के प्रति जागरूकता बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं और हमारी सांस्कृतिक राजधानी को दुनिया के सामने पेश कर सकते हैं।

इससे पहले मंत्री ने कार्यक्रम स्थल पर एक फोटो प्रदर्शनी का उद्घाटन किया। इस अवसर पर गणमान्य व्यक्तियों द्वारा एक विशेष ब्रोशर भी जारी किया गया।

सूचना एवं प्रसारण सचिव अपूर्व चंद्रा ने इस अवसर पर कहा कि राष्ट्रीय फोटोग्राफी पुरस्कार देश के फोटोग्राफरों द्वारा किए गए बड़े प्रयासों को विकसित करने का एक प्रयास है।अपूर्व चंद्रा ने सिफारिश की कि भविष्य में पुरस्कारों की श्रेणी में सरकार की फ्लैगशिप योजनाओं को शामिल किया जा सकता है।

पुरस्कारों के लिए निर्णायक मंडल के अध्यक्ष विजयक्रांति ने बताया कि लाइफटाइम एचीवमेंट पुरस्कार के लिए कुल 9 प्रविष्टियां प्राप्त हुई, जबकि 12 प्रविष्टियों को निर्णायकमंडल के सदस्यों की अनुशंसा पर श्रेणी में प्रवेश दिया गया। उन्होंने बताया कि पेशेवर श्रेणी के लिए कुल 4,535 छवियों के साथ 462 प्रविष्टियां प्राप्त हुई थीं। ये प्रविष्टियां 21 राज्यों तथा 4 केंद्र शासित प्रदेशों से मिली थीं। शौकिया श्रेणी में 24 राज्यों तथा 6 केंद्र शासित प्रदेशों से 6,838 छवियों के साथ 874 प्रविष्टियां प्राप्त की गई थीं।

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