समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 23अप्रैल। जी20 प्राथमिकताओं को स्वरूप प्रदान करने, भारत और उसके बाहर जलवायु कार्रवाई में तेजी लाने के लिए अगले कदम उठाने के लिए “शहरों में जलवायु कार्रवाई की मुख्यधारा” विषय पर चर्चा हुई। इसमें राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय साझेदार बेंगलुरु में एक मंच पर एकत्रित हुए। इस दौरान छह मौजूदा यू20 प्राथमिकता वाले क्षेत्रों में से तीन (जलवायु कार्यक्रमों के लिए वित्त में तेजी लाना, जल सुरक्षा सुनिश्चित करना और पर्यावरणीय रूप से उत्तरदायी व्यवहार को प्रोत्साहित करना) विषय पर चर्चा हुई।
प्रतिभागियों ने सहमति व्यक्त की कि शहरों के लिए जलवायु कार्रवाई में तेजी लाना, बढ़ती गर्मी और वर्षा के कारण कठिनाइयों को दूर करने के लिए राष्ट्रीय सरकारों और अंतर्राष्ट्रीय निवेशकों से अतिरिक्त समर्थन प्राप्त करना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि शहर की सरकारों को सार्वजनिक और निजी भागीदारी, नगरपालिका ग्रीन बॉन्ड और अन्य नवीन वित्तपोषण तंत्रों का लाभ उठाते हुए, जहां उपलब्ध हो, बजट संबंधी निर्णय लेते समय जलवायु प्रभावों पर विचार करना चाहिए। जलवायु कार्य योजना में जल सुरक्षा और लचीलेपन का समाधान होना चाहिए। आवश्यकतानुसार क्षीण जल संसाधनों की रक्षा और पुनरूद्धार, मुख्यधारा में एकीकृत शहरी जल संसाधन प्रबंधन, पानी के लिए समान और सुरक्षित पहुंच सुनिश्चित करने और बाढ़ के खतरों से जोखिम को कम करने के लिए संस्थागत और विनियामक सुधारों पर विचार किया जाना चाहिए।
भारत सरकार के आवासन और शहरी कार्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव और स्मार्ट सिटीज मिशन निदेशक कुणाल कुमार ने कहा कि दीर्धकालिक शहर बनाने के लिए, अभिनव और समावेशी शहर डिजाइन महत्वपूर्ण है। इसके बिना, व्यवहार संबंधी संकेत और नीति परिवर्तन काम नहीं करेंगे। आइए नीतियों में बदलाव करें, संकुलन मूल्य निर्धारण और सतत जीवन के लिए प्रोत्साहन दें। हमें एजेंडे को भी व्यापक बनाना चाहिए और आसपास का वातावरण ऐसा बनाना चाहिए जहां लोग बाहर निकल सकें और शहर का आनंद उठा सकें। तेलंगाना की कूल रूफ पॉलिसी इसका बेहतरीन उदाहरण है। आइए, बेहतर भविष्य के लिए जलवायु वित्त का मार्ग आसान बनाते हैं।
दक्षिण और पश्चिम एशिया सी40 की क्षेत्रीय निदेशक श्रुति नारायण ने कहा कि भारत और दुनिया भर के शहर जलवायु नेतृत्व के रूप में आगे बढ़ रहे हैं। लेकिन वे अभी भी चुनौतीपूर्ण क्षमता बाधाओं का सामना कर रहे हैं क्योंकि वे तत्काल आवश्यक जलवायु कार्रवाई के मार्ग पर आगे बढ़ रहे हैं। यही कारण है कि राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मंच पर विभिन्न शहरों की अभिव्यक्ति इतनी महत्वपूर्ण है। यह सम्मेलन जलवायु को प्राथमिकता बनाने के लिए दुनिया भर के नेताओं के लिए आह्वान के रूप में कार्य कर रहा है।
कर्नाटक सरकार के शहरी विकास विभाग के अपर मुख्य सचिव राकेश सिंह ने कहा कि बेंगलुरु सार्वजनिक परिवहन, ठोस अपशिष्ट प्रबंधन और नागरिकों की सहभागिता सहित स्थायी शहरी बुनियादी ढांचे में अग्रणी है। सहयोगी और सामंजस्यपूर्ण समाधान के लिए नागरिक समाज की भूमिका महत्वपूर्ण है।
यह सम्मेलन 21 अप्रैल, 2023 को बेंगलुरु में आवासन और शहरी कार्य मंत्रालय के साथ संयुक्त रूप से सी40 सिटीज़ क्लाइमेट लीडरशिप ग्रुप द्वारा आयोजित किया गया। यह सम्मेलन भारत की जी20 अध्यक्षता के दौरान आयोजित कार्यक्रमों की एक श्रृंखला का हिस्सा था। सम्मेलन की प्रमुख सिफारिशें यू20 विज्ञप्ति में शामिल की जाएंगी और बाद में जी20 वार्ताकारों के समक्ष प्रस्तुत की जाएंगी।
सम्मेलन में 135 लोगों ने व्यक्तिगत रूप से भाग लिया। अन्य लोगों ने वर्चुअल रूप से हिस्सा लिया। इनमें देशभर के अधिकारियों के साथ-साथ विशेषज्ञ और निधि प्रदान करने वाले भागीदार शामिल थे। सम्मेलन न केवल व्यावहारिक था, बल्कि पर्यावरणीय स्थिरता और जलवायु समाधानों पर केंद्रित था। इसमें स्टार्ट-अप के साथ प्रतिभागियों का संवाद भी हुआ।
सम्मेलन पूर्ण सत्रों की श्रृंखला सहित दो मास्टरक्लास के साथ संपन्न हुआ।
शहरी 20 के बारे में
शहरी 20 एक शहर कूटनीति पहल है जो वैश्विक आर्थिक, जलवायु और विकास के मुद्दों पर चर्चा करने के लिए जी20 सदस्य देशों के शहरों को एक साझा फ्रेमवर्क के अंतर्गत साथ लाती है। शहर एक सामान्य स्थिति का निर्माण करते हैं और वैश्विक आर्थिक और राजनीतिक नेताओं के रूप में शहरों की भूमिका को बढ़ाते हुए जी20 अध्यक्षता और राज्य के प्रमुखों द्वारा विचार के लिए सिफारिशें जारी करते हैं।
यू20 पहल स्थायी रूप से सी40 शहरों और संयुक्त शहरों तथा स्थानीय सरकारों द्वारा एक अध्यक्ष शहर के नेतृत्व में आयोजित की जाती है। इसका स्थान हर वर्ष परिवर्तित होता है। 2018 में ब्यूनस आयर्स और पेरिस, 2019 में टोक्यो, 2020 में रियाद, 2021 रोम और मिलान तथा 2022 में जकार्ता और वेस्ट जावा ने इसकी अध्यक्षता की थी।
सी40 शहरों के जलवायु नेतृत्व समूह के बारे में
सी40 दुनिया के प्रमुख शहरों के लगभग 100 मेयरों का एक नेटवर्क है, जो जलवायु संकट का सामना करने और एक ऐसा भविष्य बनाने के लिए आवश्यक कार्रवाई करने के लिए काम कर रहा है, जहां हर कोई, हर जगह विकसित हो सके। सी40 शहरों के महापौर वैश्विक तापमान को 1.5 डिग्री सेल्सियस तक सीमित करने और स्वस्थ, न्यायसंगत तथा उदारवादी समुदायों के लिए विज्ञान-आधारित और जन-केंद्रित दृष्टिकोण के लिए प्रतिबद्ध हैं। ग्लोबल ग्रीन नए समझौते के माध्यम से महापौर श्रम, व्यापार, युवा भागीदारी, जलवायु आंदोलन और नागरिक समाज के प्रतिनिधियों के व्यापक गठबंधन के साथ काम कर रहे हैं जिससे पहले से अधिक तीव्र गति से आगे बढ़ सकें।