केजरीवाल के शीश महल का ऑपरेशन खुलासा, भ्रष्टाचार को किया उजागर

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समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 01मई। यह जो टाइम्स नाउ नवभारत ने ऑपरेशन शीश महल का खुलासा किया है और केजरीवाल के भ्रष्टाचार को उजागर किया है इसकी सच्चाई जानकर आप दंग रह जाएंगे।

10 करोड़ से कम टेंडर के लिए एक्सपोर्ट कमेटी की मंजूरी और टेक्निकल कमेटी की मंजूरी तथा केंद्र के सीपीडब्ल्यूडी के वित्त विभाग की मंजूरी की जरूरत नहीं होती इसीलिए केजरीवाल ने पांच टेंडर 9 करोड़ 99 लाख के निकाले।

और इस 45 करोड़ के बंगले के रिनोवेशन में 10 करोड़ रुपये केजरीवाल ने कमीशन ली है
यह पूरा टेंडर उस वक्त के तत्कालीन दिल्ली के पीडब्ल्यूडी मंत्री सत्येंद्र जैन के दस्तखत से और उनकी मंजूरी से हुआ अब सत्येंद्र जैन जेल में है और लंबे समय से जेल में हैं और आने वाले लंबे समय तक जेल में रहेंगे।

सत्येंद्र जैन को एहसास हो गया कि केजरीवाल एंड गैंग ने उन्हें फंसा दिया है क्योंकि मलाई खाई केजरीवाल ने और दस्तखत किए सत्येंद्र जैन ने और कानून के हिसाब से मुजरिम सत्येंद्र जैन माने जाएंगे केजरीवाल नहीं माने जाएंगे भले ही केजरीवाल ने मलाई चाटी।

फिर सत्येंद्र जैन ने इस 45 करोड़ के बंगले के रिनोवेशन के भ्रष्टाचार का पूरा कागज जो करीब 800 पन्नों में है उसे कई मीडिया वालों को दे दिया सत्येंद्र जैन जेल में है और उनकी बेटी ने खुद यह सारे डॉक्यूमेंट कई मीडिया वालों को दिया ताकि केजरीवाल की सच्चाई दुनिया जान सके।

सत्येंद्र जैन का यह सोचना है कि मैं यहां जेल में घुट रहा हूं पहले तो कम से कम मसाज भी मिल जाता था अब मसाज भी बंद हो गया है और केजरीवाल जेल के बाहर मौज कर रहा है तो उसकी भी सच्चाई दुनिया को पता चलनी चाहिए।

बहुत से मीडिया चैनल ने यह सोचकर केजरीवाल के भ्रष्टाचार को उजागर नहीं किया क्योंकि उन्हें लगा कि फिर केजरीवाल उन्हें अपना ऐड देना बंद कर देगा और आज के जमाने में केजरीवाल पूरे विश्व का सबसे बड़ा एडवरटाइजर है लेकिन टाइम्स नाउ ने इस पूरे भ्रष्टाचार को उजागर करने का हिम्मत कर दिया।

सत्येंद्र जैन का बहुत-बहुत धन्यवाद कि उसकी अंतरात्मा अब जागने लगी आने वाले वक्त में देखिए मनीष सिसोदिया भी ऐसे जोरदार खुलासे करेगा।

एक और भयंकर खुलासा हुआ
केजरीवाल के महल में 4 ट्रेडमिल लगे हैं लेकिन उन्हें खरीदा नहीं गया है बल्कि एक फॉर्म से भाड़े पर लिया गया है।

मुख्यमंत्री महोदय सरकारी खजाने से उसका हर महीने 10 लाख रुपये भाड़ा देते हैं
और मजे की बात यह है की ट्रेडमिल का भाड़ा अरविंद केजरीवाल के बेटे को जाता है यानी कि केजरीवाल के बेटे ने अपने ही पिता के सरकारी आवास में 4 ट्रेडमिल लगाया और केजरीवाल दिल्ली सरकार के खजाने से अपने बेटे को हर महीने ₹1000000 भाड़ा दे रहे हैं।

क्या शानदार लूट का सिस्टम बना दिया – केजरी Bawaवाल

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