मणिपुर में कानून व्यवस्था की स्थिति में सुधार, सेना और अर्द्धसैनिक बल सामान्य स्थिति बहाल करने में प्रयासरत
समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 07 मई। मणिपुर में कानून व्यवस्था की स्थिति में धीरे-धीरे सुधार हो रहा है। सेना और अर्द्धसैनिक बल राज्य में सामान्य स्थिति बहाल करने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं। इस बीच मणिपुर की राज्यपाल अनुसुइया उईके ने मणिपुर के लोगों से शांति और साम्प्रदायिक सौहार्द बनाए रखने का अनुरोध किया है। कल रात आकाशवाणी से एक संदेश में राज्यपाल ने कहा कि मणिपुर के विभिन्न समुदाय कई वर्षों से एक साथ मिलकर रहते आए हैं। उन्होंने यह भी कहा कि हिंसा से केवल विनाश होता है और लोगों के बीच अविश्वास पैदा होता है। सुश्री उईके ने सभी समुदायों से अहिंसा अपनाने और समाज के विकास में साथ देने के लिए कहा।
अभी तक वहां कर्फ्यू जारी है और उसमें कोई छूट नहीं दी गई है। समूचे राज्य में आवश्यक वस्तुओं की कमी के कारण लोग प्रभावित हो रहे है। हालांकि, मणिपुर सरकार आज सुबह सात बजे से दस बजे तक कर्फ्यू में आंशिक ढील दी है ताकि लोग आवश्यक वस्तुओं की खरीददारी कर सकें। एक अधिसूचना में यह बताया गया कि चूड़ाचांदपुर जिले में कानून व्यवस्था की हालात में सुधार और राज्य सरकार तथा विभिन्न पक्षों के बीच बातचीत के बाद यह निर्णय लिया गया।
इससे पहले, तीन मई को चूड़ाचांदपुर जिले के टोरबुंग क्षेत्र में ऑल ट्राइबल स्टूडेंट यूनियन मणिपुर द्वारा बुलाए गए जनजातीय एकजुटता मार्च के दौरान मणिपुर के कुछ भागों में हिंसा भड़क गई थी। ये लोग अनुसूचित जनजाति के स्तर के लिए मेतेई समुदाय की मांग के खिलाफ विरोध कर रहे हैं। विभिन्न जिलों में कर्फ्यू लागू किया गया था। राज्य सरकार ने पांच दिनों के लिए मोबाइल डाटा सेवाएं भी स्थगित कर दी थीं। केन्द्र सरकार लगातार स्थिति की समीक्षा कर रही है। इसके अलावा स्थिति को नियंत्रित करने के लिए उचित संख्या में अर्द्धसैनिक बल और सुरक्षाबलों की तैनाती कर दी गई है।