एक बार फिर सवालों के घेरे में तिहाड़ जेल , एक कैदी ने दूसरे पर ताबड़तोड़ चाकू से हमला किया, हालत गंभीर
समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 29 मई। देश की राजधानी दिल्ली के सबसे सुरक्षित कही जाने वाली तिहाड़ जेल एक बार फिर से सवालों के घेरे में है. पिछले दिनों एक मई की रात टिल्लू ताजपुरिया की हत्या का मामला अभी सुर्ख़ियों में ही था कि ताजा मामला दिल्ली की तिहाड़ जेल की सेंट्रल जेल नंबर 1 का सामने आया है, जहां दो गुटों के दो कैदियों के बीच मारपीट हो गई. एक कैदी ने दूसरे कैदी पर ताबड़तोड़ चाकू से हमला किया. इससे घायल कैदी की हालत गंभीर है. अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
दिल्ली की तिहाड़ जेल के एक अधिकारी ने कहा, दिल्ली की तिहाड़ जेल की सेंट्रल जेल नंबर 1 में दो गुटों के दो कैदियों के बीच मारपीट हो गई. एक कैदी आलोक ने राहुल पर ताबड़तोड़ चाकू और खपरैल से हमला कर दिया. हाथापाई में लगे दोनों समूहों के सदस्यों को गंभीर चोटें आईं और उन्हें डीडीयू अस्पताल में भर्ती कराया गया. आगे की कार्रवाई जारी है.
बता दें कि दिल्ली के सबसे सुरक्षित कही जाने वाली तिहाड़ जेल में एक मई की रात प्रतिद्वंद्वी गोगी गिरोह के चार सदस्यों- दीपक उर्फ तीतर, योगेश उर्फ टुंडा, राजेश और रियाज खान ने टिल्लू ताजपुरिया की हत्या कर दी थी. इसका बाद में वीडियो भी आया था. जेल नंबर 8 में बंद योगेश टुंडा नाम के एक कैदी और प्रतिद्वंद्वी गिरोह के अन्य सदस्यों ने जेल नंबर 9 में बंद टिल्लू पर लोहे की ग्रिल से हमला किया था. इसके बाद टिल्लू ताजपुरिया को तुरंत दिल्ली के दीन दयाल उपाध्याय अस्पताल ले जाया गया था, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया था.
टिल्लू ताजपुरिया की हत्या के बाद तिहाड़ जेल में कैदियों की सुरक्षा को लेकर अभी भी सवाल खड़े हैं. दिल्ली की हाई-सिक्योरिटी तिहाड़ जेल के अंदर गैंगस्टर टिल्लू ताजपुरिया को एक प्रतिद्वंद्वी गिरोह के सदस्यों मारने के हफ्तों बाद बीते शुक्रवार को 80 जेल अधिकारियों का तबादला किया गया था. तिहाड़ जेल के अधिकारियों के अनुसार, इन 80 अधिकारियों में पांच डिप्टी एसपी, नौ सहायक अधीक्षक, आठ प्रधान वार्डन और 50 वार्डन शामिल हैं.