समग्र समाचार सेवा
भुवनेश्वर , 03जून। ओडिशा के बालासोर में शुक्रवार शाम करीब 6:51 बजे बड़ा ट्रेन हादसा हो गया. यहां बहनागा स्टेशन के पास कोरोमंडल एक्सप्रेस (12841) और मालगाड़ी आपस में गई. टक्कर इतनी जोरदार थी कि कोरोमंडल एक्सप्रेस पटरी से उतरी. ट्रेन के कई डिब्बे मालगाड़ी पर चढ़ गए. जानकारी के मुताबिक, सात डिब्बे पलट गए, चार डिब्बे रेल बाउंड्री के बाहर चले गए. कुल 15 बोगी बेपटरी हुए हैं.
इस दर्दनाक हादसे में 237 लोगों की मौत और 900 लोगों के घायल होने की जानकारी सामने आई है. इससे पहले 50 फिर 70 यात्रियों की मौत की जानकारी आई थी, देर रात यह संख्या बढ़कर 120 तक पहुंची थी. साथ ही 350 से अधिक जख्मी बताए गए थे. हालांकि रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है और मृतकों की संख्या बढ़ती जा रही है.
घायलों को सोरो सीएचसी, गोपालपुर सीएचसी और खांटापाड़ा पीएचसी में भर्ती कराया गया है. फिलहाल इस रूट की सभी ट्रेनों को रोक दिया गया है. रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है. मौत की संख्या बढ़ सकती है. फिलहाल राहत-बचाव के लिए प्रशासन के साथ एनडीआरएफ की 5 टीमें जुटी हैं.
– ओडिशा के मुख्य सचिव प्रदीप जेना ने बताया कि करीब 50 एंबुलेंस को लोगों को ले जाने के लिए लगाया गया है. लेकिन घायलों की संख्या बहुत ज्यादा है. इसलिए घायलों को अस्पताल ले जाने के लिए बड़ी संख्या में बसें जुटाई जा रही हैं.
– मुख्य सचिव प्रदीप जेना ने बताया कि एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें मौके पर हैं. इसके अलावा 600-700 रेस्क्यू फोर्स के जवान काम कर रहे हैं. सभी अस्पताल सहयोग दे रहे हैं. हमारी तत्काल चिंता पीड़ितों को बचाने की है.
– हादसे में कुल तीन ट्रेनों की टक्कर हुई है. जानकारी के मुताबिक SMVB-हावड़ा एक्सप्रेस (12864), कोरोमंडल एक्सप्रेस और मालगाड़ी की टक्कर हुई है. सबसे पहले हावड़ा एक्सप्रेस की मालगाड़ी से टक्कर हुई, उसके बाद मालगाड़ी कोरोमंडल से जा टकराई.
अधिकारियों ने कहा कि ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने विशेष राहत सचिव सत्यव्रत साहू और राजस्व मंत्री प्रमिला मलिक को दुर्घटनास्थल पर जाने का निर्देश दिया है। दक्षिण पूर्व रेलवे के एक अधिकारी ने कहा कि दुर्घटना राहत ट्रेन को घटनास्थल के लिए रवाना कर दिया गया है।
अधिकारियों ने कहा कि ओडिशा आपदा त्वरित प्रतिक्रिया बल (ओडीआरएएफ) की चार टुकड़ियां, राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की तीन टुकड़ियां और 60 एंबुलेंस घायलों को बचाने के काम में जुटी हैं। दुर्घटना के मद्देनजर ओडिशा सरकार और रेलवे ने हेल्पलाइन की शुरुआत की है।