कुमार राकेश
वाशिंगटन डीसी, 23 जून। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को अमेरिकी संसद (कांग्रेस) को संबोधित किया. प्रधानमंत्री के अमेरिकी संसद में पहुंचते ही मोदी-मोदी के नारे लगने लगे. पूरा कांग्रेस मोदी-मोदी के नारे से गूंज उठा. प्रधानमंत्री ने कहा कि अमेरिकी कांग्रेस को संबोधित करना हमेशा सम्मान की बात होती है. मेरे लिए दो बार ऐसा करना एक असाधारण अनुभव है. इस सम्मान के लिए मैं भारत की 140 करोड़ जनता की तरफ से आभार व्यक्त करता हूं. उन्होंने कहा कि भारत विकास करता है तो दुनिया विकास करती है. हमारा एक ही विजन है- सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास.
पीएम मोदी ने कहा कि, ‘मैं यहां इस सदी के लिए अपने आह्वान के बारे में बात करने के लिए आया हूं. जिस लंबे रास्त पर हमने यात्रा की है, हमने दोस्ती की परीक्षा दी है. 7 साल पहले पहले जब मैं यहां आया था तब से बहुत कुछ बदल गया है, लेकिन बहुत कुछ वैसा ही बना हुआ है. जैसे कि भारत और अमेरिका के बीच दोस्ती को गहरा करने की हमारी प्रतिबद्धता. पिछले कुछ सालों में AI, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस में काफी प्रगति हुई है. साथ ही, दूसरे AI यानी अमेरिका और भारत में और भी महत्वपूर्ण विकास हुआ है. दोनों देशों के बीच अब भरोसे की मित्रता है. दोनों देशों के बीच विश्वास बढ़ा है.
उन्होंने कहा कि मैं धैर्य, अनुनय और नीति की लड़ाई से संबंधित हो सकता हूं. मैं विचारों और विचारधारा की बहस को समझ सकता हूं, लेकिन मुझे यह देखकर खुशी हो रही है कि आप दो महान लोकतंत्रों-भारत और अमेरिका के बीच संबंधों का जश्न मनाने के लिए एक साथ आए हैं. उन्होंने कहा कि लोकतंत्र हमारे पवित्र और साझा मूल्यों में से एक है. पूरे इतिहास में एक बात स्पष्ट रही है कि लोकतंत्र वह भावना है जो समानता और सम्मान का समर्थन करती है. लोकतंत्र वह विचार है जो बहस और चर्चा का स्वागत करता है. लोकतंत्र वह संस्कृति है जो विचार और अभिव्यक्ति को पंख देती है. भारत को प्राचीन काल से ही ऐसे मूल्यों का सौभाग्य प्राप्त है. लोकतांत्रिक भावना के विकास में भारत लोकतंत्र की जननी है.
पीएम मोदी ने कहा कि पिछले साल भारत ने आजादी के 75 साल पूरे किए हैं. हर मील का पत्थर महत्वपूर्ण है, लेकिन यह विशेष है. हमने किसी न किसी रूप में हजारों वर्षों के विदेशी शासन के बाद अपनी 75 वर्षों की स्वतंत्रता की उल्लेखनीय यात्रा का जश्न मनाया. यह सिर्फ लोकतंत्र का ही नहीं बल्कि विविधता का भी उत्सव था. प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत आज विश्व की 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है. जल्द ही हम तीसरे नंबर की अर्थव्यवस्था बनने जा रहे हैं. भारत विकास करता है तो दुनिया विकास करती है. हमारा एक ही विजन है- सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास. हम इन्फ्रास्ट्रक्चर के विकास पर फोकस कर रहे हैं.
पीएम मोदी ने कहा कि हम दुनिया की आबादी का छठा हिस्सा हैं. पिछली शताब्दी में जब भारत ने अपनी स्वतंत्रता हासिल की तो इसने कई अन्य देशों को औपनिवेशिक शासन से खुद को मुक्त करने के लिए प्रेरित किया. इस सदी में जब भारत बेंचमार्क स्थापित करेगा और विकास करेगा तो यह कई अन्य देशों को भी ऐसा करने के लिए प्रेरित करेगा. हमारा विजन है सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास.