‘मणिपुर में हालात धीरे-धीरे हो रहे सामान्य, स्थिति पर प्रधानमंत्री लगातार बनाए हुए हैं नजर’, कहा- गृहमंत्री अमित शाह
समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 25जून।केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी मणिपुर की स्थिति पर पहले दिन से ही नजर बनाए हुए हैं और इस समस्या के समाधान के लिए पूरी संजीदगी से मार्गदर्शन कर रहे हैं। मणिपुर के मौजूदा हालात पर कल नई दिल्ली में शाह की अध्यक्षता में सर्वदलीय बैठक हुई। बैठक में भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा, संसदीय कार्यमंत्री प्रह्लाद जोशी, मेघालय के मुख्यमंत्री कोनराड संगमा, तृणमूल कांग्रेस नेता डेरेक ओ ब्रायन, शिवसेना की प्रियंका चतुर्वेदी, राष्ट्रीय जनता दल के मनोज कुमार झा और मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के सांसद जॉन ब्रिटास भी शामिल थे।
गृहमंत्री ने कहा कि मोदी सरकार सबको साथ लेकर मणिपुर समस्या के समाधान के प्रति वचनबद्ध है और इस बात को प्राथमिकता दी जा रही है कि किसी और की जान न जाने पाए। उन्होंने कहा कि 13 जून से मणिपुर में स्थिति धीरे-धीरे सामान्य हो रही है और अब तक लूट के एक हजार आठ सौ हथियार सौंपे जा चुके हैं। गृहमंत्री ने बताया कि राज्य में 36 हज़ार सुरक्षाकर्मी तैनात हैं और भारतीय पुलिस सेवा के 40 अधिकारियों को मणिपुर भेजा गया है। राज्य में बीस चिकित्सा दल भेजे गए हैं और दवाओं सहित सभी आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति सुनिश्चित की जा रही है।
गृहमंत्री ने बताया कि म्यामांर-मणिपुर सीमा पर दस किलोमीटर क्षेत्र में बाड़ लगाने का काम पूरा हो गया है। 80 किलोमीटर सीमा पर बाड़ लगाने के लिए टेंडर प्रक्रिया पूरी कर ली गई है और शेष सीमा-क्षेत्र का सर्वेक्षण-कार्य चल रहा है। शाह ने मणिपुर में स्थिति में सुधार, शांति बहाली तथा विभिन्न समुदायों के बीच विश्वास बहाली के लिए सभी राजनीतिक दलों से सहयोग की अपील की। उन्होंने मणिपुर मुद्दे के समाधान के लिए बहुमूल्य सुझाव देने पर सभी राजनीतिक दलों का आभार व्यक्त किया।
भारतीय जनता पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा कि मणिपुर समस्या के यथाशीघ्र समाधान के लिए सरकार और गृह मंत्री अमित शाह की ओर से हरसंभव कदम उठाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री शुरु से ही पूरे मामले पर नजर बनाए हुए हैं। उन्होंने कहा कि मणिपुर का मुद्दा बेहद संवेदनशील है और इसके संजीदा समाधान की आवश्यकता है।
भाजपा नेता संबित पात्रा ने कहा कि बैठक के दौरान गृह मंत्रालय ने मणिपुर में हिंसा के कारणों और इसके समाधान के लिए अब तक किए गए उपायों पर एक प्रस्तुत दी। पात्रा ने बताया कि सभी दलों ने राजनीतिक मतभेदों को भुलाकर गृहमंत्री को अपने सुझाव दिए। मणिपुर में पिछले डेढ़ महीने से अधिक समय से रुक-रुककर हिंसक घटनाएं हो रही हैं। गृहमंत्री ने पिछले महीने मणिपुर का दौरा किया था और राज्य में शांति बहाली के लिए विभिन्न वर्गों के लोगों से मुलाकात की थी। अमित शाह ने कहा था कि विरोधी गुटों के बीच आपसी संघर्ष रोकने के लिए हुए समझौते का उल्लंघन होने पर सख्ती से निपटा जाएगा। गृहमंत्री ने हथियारबंद लोगों से अपने हथियार पुलिस को सौंपने का आग्रह किया।