समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 4जुलाई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज शंघाई सहयोग संगठन के वर्चुअल शिखर सम्मेलन में हिस्सा लिया. इस दौरान उन्होनें कहा, SCO यूरेशिया की शांति, समृद्धि, विकास के लिए प्रमुख मंच के रूप में उभरा है. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, यूरेशिया के साथ भारत के हजारों साल पुराने सांस्कृतिक और लोगों के आपसी संबंध हमारी साझा विरासत का जीवंत प्रमाण हैं. उन्होनें कहा, एससीओ के अध्यक्ष के रूप में भारत ने बहुमुखी सहयोग को नई ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए निरंतर प्रयास किए हैं.
इतना ही नहीं इस सम्मेलन में पीएम मोदी ने पाकिस्तान के असली चेहरे को दुनियाभर के तमाम बड़े नेताओं के सामने बेनकाब कर दिया. उन्होनें कहा, आतंकवाद किसी भी रूप में क्यों न हो, हमें उसके खिलाफ मिलकर लड़ाई करनी होगी. पाकिस्तान का नाम लिए बिना पीएम मोदी ने कहा, कुछ देश क्रॉस बॉर्डर टेररिज्म को अपनी नीतियों के उपकरण के रूप में इस्तेमाल करते हैं. आतंकवादियों को पनाह देते हैं. SCO को ऐसे देशों की आलोचना में कोई संकोच नहीं करना चाहिए.
पीएम मोदी ने कहा, भारत और अफगानिस्तान के लोगों के बीच सदियों पुराने मैत्रीपूर्ण संबंध रहे हैं. पिछले दो दशकों में भारत ने अफगानिस्तान के आर्थिक और सामाजिक विकास के लिए योगदान दिया. 2021 के घटनाक्रम के बाद भी भारत अफगानिस्तान को मानवीय सहायता भेजते रहा है. उन्होंने कहा कि यह जरूरी है कि अफगानिस्तान की जमीन पड़ोसी देशों में अस्थिरता फैलाने या कट्टर विचारधाराओं को प्रोत्साहित करने के लिए प्रयोग न की जाए. बता दें इस वर्चुअल बैठक में पाकिस्तान प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ,चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग , रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन समेत SCO देशों के राष्ट्राध्यक्षों मौजूद थे.