समग्र समाचार सेवा
जयपुर , 22 जुलाई। राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बयान पर आज शनिवार को आपत्ति जताते हुए कहा है कि उनके बयान से राजस्थान की भावनाएं आहत हुई हैं , सीएम गहलोत ने कहा, “जिस तरह से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि राजस्थान और छत्तीसगढ़ के सीएम को राज्य में कानून व्यवस्था की स्थिति का ध्यान रखना चाहिए, उससे राजस्थान की भावनाएं आहत हुई हैं.”
राजस्थान के सीएम गहलोत ने कहा, “अगर पीएम मोदी मणिपुर नहीं जा सकते तो उन्हें एक बैठक बुलानी चाहिए थी और मणिपुर के हालात की समीक्षा करनी चाहिए थी. मैंने पहली बार देखा है कि कोई प्रधानमंत्री चुनाव के लिए कर्नाटक, राजस्थान और अन्य जगहों का दौरा कर रहे हैं , लेकिन मणिपुर का नहीं. मणिपुर में उनकी सरकार है, सोचिए अगर कांग्रेस वहां सत्ता में होती तो वह क्या-क्या कहते.”
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बीते दिनों मणिपुर में दो महिलाओं को नग्न कर उनके साथ किए दुर्व्यहार की घटना सामने आने के बाद संसद का मानसून सत्र शुरू होने के पहले दिन भी इस घटना पर दुख जताया था. पीएम मोदी ने कहा था कि मणिपुर की बेटियों के साथ जो हुआ, उसे कभी माफ नहीं किया जा सकता.
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा था, मणिपुर की घटना से मेरा हृदय पीड़ा और क्रोध से भरा है. पीएम मोदी ने कहा था, मणिपुर की घटना जो सामने आई है, किसी भी सभ्य समाज के लिए यह शर्मसार करने वाली है. पाप करने वाले, गुनाह करने वाले कितने हैं कौन हैं, वे अपनी जगह पर हैं. लेकिन बेइज्जती पूरे देश की हो रही है. 140 करोड़ देशवासियों को शर्मसार होना पड़ रहा है.
पीएम मोदी ने कहा था, मैं सभी मुख्यमंत्रियों से आग्रह करता हूं कि वे अपने राज्य में कानून व्यवस्था को और मजबूत करें. खासकर, हमारी माताओं और बहनों की सुरक्षा के लिए कठोर से कठोर कदम उठाएं. घटना चाहें राजस्थान की हो, छत्तीसगढ़ की हो या मणिपुर की हो. इस देश में हिंदुस्तान के किसी भी कोने में किसी भी राज्य सरकार में राजनीति से ऊपर उठकर के कानून व्यवस्था महत्व और नारी सम्मान होना चाहिए.
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा था, मैं देशवासियों को भरोसा दिलाना चाहता हूं किसी भी गुनहगार को बख्शा नहीं जाएगा. कानून अपनी पूरी शक्ति से एक के बाद एक कदम उठाएगा. मणिपुर में जो बेटियों के साथ हुआ है, उसे कभी माफ नहीं किया जा सकता है.