समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली,13अगस्त। केंद्रीय सूचना प्रसारण व खेल एवं युवा कार्यक्रम मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने मणिपुर पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी के वक्तव्य पर संसद भवन के बाहर प्रतिक्रिया देते हुए पत्रकार वार्ता की।
पत्रकारों से बात करते हुए अनुराग सिंह ठाकुर ने कहा “कल माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अविश्वास प्रस्ताव पर अपनी बात रखते हुए पूर्वोत्तर उनके लिए जिगर का टुकड़ा है। उन्होंने बेहद लंबे समय तक उस क्षेत्र में समय बिताया है। प्रधानमंत्री जी ने मणिपुर में हो रही हिंसा पर चिंता और दुख व्यक्त करते हुए स्पष्ट कहा है की दोषियों के खिलाफ कार्रवाई हो रही है और आगे भी लगातार होगी। महिलाओं के खिलाफ अपराध करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा”
“मणिपुर में अगर किसी ने नफरत के बीज बोए हैं तो वह राहुल गांधी और उनके परिवार है। नॉर्थईस्ट में दिखने वाली नफरत और किसी की नहीं बल्कि नेहरू गांधी परिवार की दी हुई है। यह संसद में जवाब नहीं दे पाए उसकी कैसे इन्होंने वोट बैंक की राजनीति के लिए पूर्वोत्तर को जलने के लिए छोड़ दिया। राहुल गांधी देश को जवाब दीजिए। इन्हें मणिपुर और महिलाओं की चिंता नहीं बल्कि मीडिया की सुर्खियों में बने रहने की आदत है। कांग्रेस में खराब बोलने की प्रतिस्पर्धा है ताकि मीडिया की सुर्खियों में बने रहें”
“कांग्रेस के शासनकाल में नॉर्थ ईस्ट बंद, बम और ब्लास्ट से जाना जाता था। कांग्रेस की लुक ईस्ट पॉलिसी को प्रधानमंत्री मोदी ने एक्ट ईस्ट की पॉलिसी में बदला। कांग्रेस राज में नॉर्थ ईस्ट बम, बंद और ब्लास्ट के लिए जाना जाता था। सत्ता के लिए बिन पानी मछली जैसा तड़प रहे हैं राहुल गांधी”
“क्या कोई भारत माता का सपूत अपने मां के टुकड़े-टुकड़े की बात सुन सकता है? भारत माता के हत्या की बात बोल सकता है? यह सिर्फ टुकड़े-टुकड़े गैंग का समर्थन करने वाले ही कर सकते हैं। यह मध्य रात्रि में टुकड़े-टुकड़े गैंग का समर्थन करते हैं और फिर उन्हें अपनी पार्टी में शामिल कर बड़ी जिम्मेदारियां देते हैं। राहुल गांधी भारत माता के हत्या की बात करते हैं। यह लोग लोकतंत्र और संविधान के हत्या की बात करते हैं। देश के बाहर हो या देश के अंदर इनकी भाषा देश को बदनाम करने की होती है। श्रीमान राहुल गांधी सदन में 10 मिनट भी नहीं रहते। आए, भाषण दिए और चल दिए। आप बांसवाड़ा तो चले गए पर भीलवाड़ा नहीं गए। क्या आपको राजस्थान के महिलाओं की चिंता नहीं? आप मणिपुर और राजस्थान, बंगाल, छत्तीसगढ़, बिहार में भेद करते हैं”
सदन में प्रधानमंत्री के वक्तव्य से पूर्व देश के गृह मंत्री जी ने भी मणिपुर में हो रहे घटनाक्रमों का संपूर्ण ब्योरा पेश किया। गृह मंत्री स्वयं वहां चार दिनों तक रहे। गृह राज्य मंत्री वहां 23 दिनों तक रहे। भारतीय इतिहास में यह पहली बार था कि कोई गृह मंत्री मणिपुर में लगातार चार दिन रहा हो। आदरणीय गृह मंत्री ने सदन में शांति का प्रस्ताव भी पेश किया। लेकिन कांग्रेस सदन में भी अशांति फैला रही है और मणिपुर में भी अशांति फैला रही है।
राहुल गांधी का लॉन्च एक बार फिर से फेल हो चुका है। जब वे सदन में कुछ नहीं बोल पाए तो सड़क पर दोबारा वही गाली निकाल रहे हैं। अभद्र भाषा का प्रयोग, झूठ बोलना कांग्रेस की आदत बन चुकी है। इनका अहंकार और घमंड आज सातवें आसमान पर है। जिससे इनका गठबंधन घमंडियां गठबंधन कहलाता है।
1962 में नेहरू जी ने असम को टाटा बाय बाय बोल दिया था। देश का कोई भी टुकड़ा चला जाए कांग्रेस को कोई फर्क नहीं पड़ता। आप हिंदी चीनी भाई भाई करते रहे और अक्साई चीन का टुकड़ा चला गया आपको फर्क नहीं पड़ा। आज भी आप राजीव गांधी फाउंडेशन में उसी चीन से पैसे लेते हैं।
1966 में मिजोरम में किसने बम गिरवाकर हजारों लोगों की हत्या कराई थी? क्या राहुल गांधी जवाब देंगे? 1997 में 1 वर्ष तक मणिपुर जल रहा था किसकी सरकार थी?
2011 में जब राहुल गांधी सांसद थे और उनकी सरकार थी तब मणिपुर में ₹2000 तक पेट्रोल बिका। 6 महीने तक मणिपुर बंद रहा, जलता रहा।
60 वर्षों में कांग्रेस के प्रधानमंत्री जितनी बार नॉर्थ ईस्ट नहीं गए उससे ज्यादा बार अकेले मोदी जी गए।60- 65 वर्षों के शासनकाल में कांग्रेस ने नॉर्थ ईस्ट से किसी को भारत रत्न नहीं दिया। मोदी जी ने दिया।
गृह मंत्री ने बताया कि कैसे 2014 से पूर्व नार्थ ईस्ट की बाउंड्री पर कोई फेंसिंग नहीं की गई थी। घुसपैठियों को 40 किलोमीटर तक अंदर आने देते थे। तब कांग्रेस का कोई नेता खड़ा होकर नहीं बोला। मोदी सरकार ने नॉर्थ ईस्ट में फेंसिंग शुरू कराई जो अभी भी जारी है।
कांग्रेस पार्टी मणिपुर मरहम लगाने नहीं बल्कि आग में घी डालने गई थी। इनकी बांटो और राज करो की पुरानी आदत है। पवित्र अकाल तख्त पर भी इन्होंने हीं कार्रवाई कराई थी। जब हजारों सिखों का कत्लेआम हुआ तब राहुल गांधी के पिता राजीव गांधी जी ने कहा था की बड़ा पेड़ गिरता है तो धरती हिलती है।