समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 18 अगस्त। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तथा युवा कार्यक्रम और खेल मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने आज यूथ-20 सम्मेलन का औपचारिक उद्घाटन किया। चार दिवसीय बैठक का आज दूसरा दिन है। इस सम्मेलन का आयोजन वाराणसी के रुद्राक्ष अंतर्राष्ट्रीय सहयोग और सम्मेलन केंद्र में किया जा रहा है। भारत की जी-20 अध्यक्षता के अंतर्गत वाई-20 शिखर सम्मेलन को केंद्रीय युवा कार्यक्रम और खेल मंत्रालय आयोजित कर रहा है।
इस सम्मेलन में कई कार्यक्रमों का समापन हो रहा है। जिनमें गुवाहाटी में हुई आरंभिक बैठक, लेह और लद्दाख में पूर्व शिखर सम्मेलन तथा मुख्य शिखर सम्मेलन से पहले देश भर में आयोजित विभिन्न जनभागीदारी कार्यक्रम शामिल हैं। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए केंद्रीय युवा कार्यक्रम और खेल मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने कहा कि वाई-20 शिखर सम्मेलन अलग-अलग देशों के युवाओं को एक साथ लेकर आता है, क्योंकि प्रत्येक राष्ट्र विशिष्ट आर्थिक, सामाजिक और पर्यावरणीय समस्याओं तथा चुनौतियों का सामना कर रहा है। उन्होंने कहा कि यह सम्मेलन विभिन्न समस्याओं का समाधान खोजने के उद्देश्य से संयुक्त कार्य करने के लिए एक मंच प्रदान करता है। अनुराग ठाकुर ने कहा कि युवा वर्ग साल 2030 तक वैश्विक जनसांख्यिकी पर हावी हो जाएगा और इसमें एक बड़ी हिस्सेदारी दक्षिण एशिया की होगी। उन्होंने कहा कि गरीबी और भुखमरी को खत्म करने जैसे सतत विकास लक्ष्यों को प्राप्त करने में वैश्विक सहयोग तथा संयुक्त प्रयासों की सामूहिक जिम्मेदारी है।
अनुराग ठाकुर ने नरेंद्र मोदी सरकार के पिछले नौ वर्षों के कार्यकाल में भारत द्वारा प्राप्त की गई उपलब्धियों का भी उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि भारत दुनिया की 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन चुका है, जो पहले 10वें स्थान पर था। अनुराग ठाकुर ने कहा कि भारत में सबसे बड़ी युवा आबादी है और युवा शक्ति ही देश की शक्ति है, जो देश को विश्व की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनाएगी।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी इस कार्यक्रम को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि नरेन्द्र मोदी सरकार ने पिछले नौ वर्षों में युवाओं के लिए कई योजनाएं शुरू की हैं। स्टैंड अप और स्टार्ट अप इंडिया ऐसी योजनाएं हैं जो देश में नवाचार तथा शोध को बढ़ावा दे रही हैं।योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यह दुखद है, जब युवाओं की प्रतिभा और कौशल पर प्रश्न उठाया जाता है क्योंकि युवाओं ने ही हमेशा किसी भी कालखंड में समाज को समाधान और दिशा दी है।
चार दिवसीय शिखर सम्मेलन में जी-20 देशों, अतिथि राष्ट्र और अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के लगभग एक सौ पच्चीस प्रतिनिधि भाग ले रहे हैं। बैठक के पहले दिन कल प्रतिनिधियों को भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, बनारस हिंदू विश्वविद्यालय ले जाया गया, जहां पर उन्होंने सुपरकंप्यूटिंग सेंटर और प्रिसिजन इंजीनियरिंग हब का दौरा किया। शाम के समय अंतरराष्ट्रीय प्रतिनिधियों को सारनाथ ले जाया गया, भगवान बुद्ध ने इसी स्थान पर अपना पहला उपदेश दिया था।