राज्यपाल अनुसुईया उइके ने लान्गोल रिलीफ कैम्प एवं थाऊ ग्राउण्ड स्थित कैम्प का किया निरीक्षण व रेडक्रास सोसायटी को वितरित की राहत सामग्री

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समग्र समाचार सेवा
इंफाल, 8सितबंर। अनुसुईया उइके राज्यपाल मणिपुर ने इंफाल स्थित लान्गोल रिलीफ कैम्प एवं थाऊ ग्राउण्ड स्थित कैम्प का निरीक्षण किये एवं रेडक्रास सोसायटी को नई दिल्ली मुख्यालय से प्राप्त राहत सामग्री का वितरण किया।

इस राहत सामग्री में कंबल, मच्छरदानी, हाईजिन किट, किचन शेड शामिल था। ज्ञातव्य हो कि गत माह रेडक्रास मुख्यालय की आमसभा में मैंने अनुरोध किया था कि मणिपुर को स्थति को देखते हुए अधिक से अधिक सामग्री प्रदान की जाए। जिसके आधार पर दिल्ली से राहत सामग्री मणिपुर रेडक्रास को प्राप्त हुई है।
राज्यपाल ने अपनी ओर से बच्चों को चाकलेट, बिस्किट तथा पाकेट मनी के रूप में नकद राशि भी प्रदान की। इसी प्रकार राहत शिविरों में रहने वालों को राजभवन की ओर नकद राशि 20000 आकस्मिक व्यय के लिये प्रदान की। इसी प्रकार से प्रत्येक प्रेगनेन्ट महिलाओं को 1000 प्रदान किये गये।
माननीय राज्यपाल ने इस मौके पर लोगों का उत्साहवर्धन और मन से निराशा का भाव, भ्रम निकालने के लिये संबोधित भी किया। उन्हेंने कहा कि आप लोग चिंतामुक्त रहें। भारत एवं मणिपुर सरकार आपके शीघ्र पुनर्वास एवं आपको अपने मूल स्थानों पर पुर्न स्थापित करने के लिये निरंतर हर संभव प्रयास कर रही है।

जैसे ही माहौल सामान्य हो जायेगा और आपके निवास स्थानों पर आपकी सुरक्षा व्यवस्था हो जायेगी आपको अपने मूल स्थानों पर बसाया जायेगा। आपके जो मकान दुकान जल गये हैं उन्हें सरकार बनायेगी। आपके पूर्व के भांति व्यवसाय प्रारंभ कराने के लिये भी सरकार और हम सब प्रयास कर रहे हैं। आप लोग किसी भी अफवाह पर ध्यान न तो जब तथ्यों का परख न ले उस पर विश्वास न करें उसे फैलाएं नहीं। ज्ञातव्य हो कि पीड़ितों को कैम्पों से अस्थाई आवास में शिफट करने की प्रक्रिया प्रारंभ हो गई है और अन्य स्थानों पर भी आवास निर्मित होते ही आप सभी को आपके अपने क्षेत्रों में शिफट किया जायेगा।
उन्होंने एक बात और कही कि मेरे द्वारा दोनों पक्षों के राहत शिविरों का निरीक्षण कर सभी से बात की गई है। सभी पक्ष चाहते हैं कि प्रदेश में शांति हो, सदभाव स्थापित हो और सब अपने अपने मूल स्थानों पर जाकर हंसी खुशी से अपना व्यवसाय कर जीवन यापन करें। किन्तु इसके लिये सभी को अपने मन से वैमनस्यता को निकाल कर शांतिपूर्ण तरीके से बैठकर बातचीत के माध्यम से हल खोजना होगा तभी प्रदेश में शांति स्थापित हो सकती है। मैंने आपकी कठिनाईयों से देश के सभी संबंधितों को समय समय पर अवगत कराते हुए उनका समाधान करने का अनुरोध किया है और वे भी इसी दिशा में प्रयासरत हैं।
हमारे प्रदेश के जो छात्र अन्य प्रदेशों में पढते हैं उनकी सुरक्षा और पढाई के लिये मैंने देश के सभी राज्यपालों को पत्र लिखकर अनुरोध किया है कि मणिपुर के छात्रों को अपने अपने प्रदेशों में सुरक्षा एवं पढाई के लिये अवसर एवं सुविधा उपलब्ध कराईयें । मुझे सूचना मिली है कि राज्यपालों ने अपने अपने प्रदेश के वरिष्ठ अधिकारियों को निर्देशित किया है।

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