समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 29सितंबर। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन के प्रमुख एस सोमनाथ ने गुरुवार को गुजरात के प्रसिद्ध सोमनाथ मंदिर जाकर पूजा अर्चना की. इस दौरान उन्होंने भविष्य में ISRO के अभियानों की सफलता के लिए आशीर्वाद भी मांगा. मंदिर के एक अधिकारी ने बताया कि उन्होंने मंदिर में ‘सोमेश्वर महा पूजा’ की और ‘यज्ञ’ में हिस्सा लिया. गिर सोमनाथ जिले के वेरावल स्थित मंदिर परिसर में संवाददाताओं से बात करते हुए सोमनाथ ने कहा, ‘चंद्रमा पर सॉफ्ट लैंडिंग हमारा सपना था और भगवान सोमनाथ (शिव) की कृपा से हम यह करने में सफल रहे. भगवान सोमनाथ के आशीर्वाद के बिना हमें सफलता नहीं मिलती. इसलिए मैं यहां आया हूं और मेरा नाम भी भगवान के नाम पर है.’
सोमनाथ ने कहा कि उन्होंने भगवान शिव से इसरो के भविष्य के अभियानों में सफलता के लिए आशीर्वाद मांगा. उन्होंने कहा, ‘हमें अपने काम के लिए ताकत चाहिए. चंद्रमा पर लैंडिंग एक कार्य था. हमारे सामने कई और मिशन हैं, जिसके लिए हमें ताकत की जरूरत है. इसलिए मैं यहां भगवान का आशीर्वाद लेने आया हूं.’
#WATCH | ISRO Chief S Somnath offers prayers and does Puja at Shree Somnath temple in Gujarat
(Video Source: Somnath Temple Trust) pic.twitter.com/cVdC00YWd7
— ANI (@ANI) September 28, 2023
श्री सोमनाथ ट्रस्ट के महाप्रबंधक विजयसिंह चावड़ा ने बताया कि मंदिर में ISRO प्रमुख ने ‘सोमेश्वर महा पूजा’ की. उन्होंने बताया, ‘इसरो प्रमुख ने परिसर स्थित गणेश मंदिर में आयोजित ‘यज्ञ’ में भी हिस्सा लिया और उसके बाद वह चार किलोमीटर दूर स्थित भालका तीर्थ गए.’ भालका तीर्थ के बारे में मान्यता है कि वहीं पर भगवान कृष्ण ने अपनी देह त्यागी थी.
ISRO चीफ सोमनाथ के मुताबिक, ‘हम एक्सोवर्ल्ड्स नामक एक उपग्रह की अवधारणा पर भी विचार कर रहे हैं जो हमारे सौरमंडल से बाहर के ग्रहों और अन्य तारों का चक्कर लगा रहे ग्रहों का अध्ययन करेगा.’ उन्होंने कहा कि सौरमंडल के बाहर 5,000 से अधिक ज्ञात ग्रह हैं जिनमें से कम से कम 100 पर पर्यावरण होने की बात मानी जाती है.