समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 7अक्टूबर। सिक्किम के मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग ने मंगन जिले के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों और राहत शिविर का दौरा किया. मीडिया से बातचीत करते हुए मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग ने कहा कि भारत सरकार की ओर से हमें पूरा सहयोग मिल रहा है.राहत के लिए उन्होंने धनराशि भी जारी की है.मैं सरकार को धन्यवाद देना चाहता हूं. आपदा के कारण हजारों करोड़ का नुकसान हुआ है. प्रेम सिंह तमांग ने कहा कि कनेक्टिविटी की कमी है, हम अपने उन पर्यटकों को कुछ भी कहने की स्थिति में नहीं हैं जो दुर्गा पूजा के लिए सिक्किम आना चाहते हैं, जब तक कि सब कुछ बहाल नहीं हो जाता. स्कूल और कालेज 15 अक्टूबर तक बंद कर दिए गए हैं .हमने पश्चिम सिक्किम में स्कूल बंद नहीं किए हैं क्योंकि यह सुरक्षित है.पश्चिम बंगाल सरकार के अधिकारियों से भी चर्चा हुई है, लेकिन मेरी ममता बनर्जी से कोई बातचीत नहीं हुई है.
सिक्किम में अचानक आई बाढ़ पर सीएम प्रेम सिंह तमांग ने कहा कि भारत सरकार हर संभव सहायता प्रदान कर रही है. सरकार द्वारा तत्काल राहत के लिए रसद सहायता, सेना और वित्तीय सहायता प्रदान की जा रही है. केंद्र स्थिति पर बारीकी से नजर रख रहा है. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, पीएम मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने स्थिति का जायजा लेने के लिए मुझे फोन किया था.
प्रेम सिंह तमांग ने कहा कि हमारी प्राथमिकता फंसे हुए लोगों को बचाना और बिजली और पानी की आपूर्ति बहाल करना है. देर रात कुछ और शव बरामद हुए, हम संख्या गिन रहे हैं. प्रभावित परिवारों की कुल संख्या 22,000 से अधिक है और हमने 3900 से अधिक लोगों को बचाया है और उन्हें बचाव शिविरों में रखा है. सिक्किम में फिलहाल 26 राहत शिविर चल रहे हैं.
बता दें कि सिक्किम में बादल फटने से तीस्ता नदी में अचानक आई बाढ़ के बाद से लापता 142 लोगों की तलाश शनिवार को भी जारी रही. अधिकारियों ने बताया कि बुधवार तड़के बादल फटने से अचानक आई बाढ़ में सात सैनिकों सहित 26 लोगों की मौत हो चुकी है और 25,000 से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं. इसके अलवा बाढ़ से 1,200 से अधिक मकान क्षतिग्रस्त हो गए हैं और 13 पुल बह गए हैं.