समग्र समाचार सेवा
इंफाल, 8 नवंबर । राजभवन मणिपुर में राज्यपाल अनुसुईया उइके से इमागी मीरा के आठ सदस्यीय प्रतिनिधि मंडल ने संयोजक सुजाता देवी के साथ मुलाकात की और एक ज्ञापन सौंपा। जिसमें उन्होंने पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था करके राष्ट्रीय राजमार्ग में यातायात को प्रारंभ करने, बफर जोन को स्थानांतरित करना, दो छात्रों – हिजाम लिनथोइंगंबी और हेमनजीत के शवों को उनके परिजन को सौंपना और लैमसांग से लापता लड़कों का शीघ्र पता लगाने का अनुरोध किया।
उन्होंने राज्यपाल को बताया कि राष्ट्रीय राजमार्गों में आर्थिक नाकेबंदी से आवश्यक वस्तुओं की उपलब्धता प्रभावित हो रही है और एनएएफएसए के तहत दिए जाने वाले चावल की अनुपलब्धता के कारण लोग चावल की कीमतों एवं कमी से परेशान हैं।
राज्यपाल ने उनकी शिकायतों और मांगों को सुना और उन्हें आश्वस्त किया कि प्रदेश की स्थिति से समय-समय पर केंद्र और राज्य सरकार को सूचित किया जा रहा है और समाधान के लिए लगातार प्रयास किये जा रहे हैं। राज्यपाल ने कहा कि स्थिति को नियंत्रित करने के लिए और प्रयास किये जायेंगे। उन्होंने टीम को यह भी आश्वासन दिया कि वे मुख्यमंत्री, मुख्य सचिव और डीजीपी से राष्ट्रीय राजमार्गों पर आवागमन को सक्षम करने और अप्रिय घटनाओं को रोकने के लिए पर्याप्त सुरक्षा उपाय करने के लिए कहेंगी।
उन्होंने टीम से अपील की कि वे कानून को अपने हाथ में लेकर हिंसा का सहारा न लें और राज्य में शांति और सामान्य स्थिति बहाल करने के लिए प्रशासन काक सहयोग करें।