अचानक नई दिल्ली स्टेशन पहुंचे रेल मंत्री, कहा- त्योहारी सीजन को लेकर प्लानिंग की जा रही..

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समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 17नवंबर। छठ पूजा के मौके पर हर साल की तरह इस साल भी रेलवे ने बिहार-यूपी जाने के लिए कई स्पेशल ट्रेनें शुरू की हैं. हालांकि छठ पूजा पर बिहार-यूपी जाने वाले यात्रियों की संख्या इतनी है कि रेलवे स्टेशन और ट्रेनों में पैर रखने तक की जगह नहीं है. इन सबके बीच रेलवे की तैयारियों का जायजा लेने के लिए गुरुवार शाम रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव खुद ही जमीन पर उतर गए. रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पहुंचकर तैयारियों का जायजा लिया और ट्रेन की बोगी में जाकर यात्रा कर रहे लोगों से बातचीत की.

वीडियो में रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव को नई दिल्ली स्टेशन पर खड़ी एक ट्रेन में यात्रियों से बातचीत करते देखा जा सकता है. रेल मंत्री ने कहा कि इस साल त्योहार के लिए विशेष ट्रेनों की व्यवस्था की गई है. पिछले कई महीनों से इसकी प्लानिंग की जा रही थी. उन्होंने बताया कि पिछले साल की तुलना में करीब 3 गुना ट्रेनों की व्यवस्था की गई है. उन्होंने बताया कि पुलिस और डॉक्टर्स भी पूरी मुस्तैदी के साथ तैनात हैं.

ट्रेनों में आग लगने की घटनाओं को लेकर पूछे गए सवाल पर रेल मंत्री ने कहा, ‘कुछ यात्रियों के पास से पटाखे मिले हैं. उन्होंने कहा कि मैं यात्रियों से अनुरोध करता हूं कि वे ऐसा काम न करें, जिससे नुकसान हो या समस्या पैदा हो.

‘पांच वर्षों में तीन हजार नई ट्रेनें शुरू करेगा रेलवे’
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि रेलवे की मौजूदा यात्री क्षमता को 800 करोड़ से बढ़ाकर एक हजार करोड़ करने के लिए वह अगले चार-पांच वर्षों में तीन हजार नई ट्रेनें शुरू करने की योजना पर काम कर रहे हैं. वैष्णव ने यह भी कहा कि यात्रा का समय कम करना उनके मंत्रालय का एक और महत्वपूर्ण लक्ष्य है. वैष्णव ने रेल भवन में पत्रकारों से बात करते हुए कहा, ‘वर्तमान में लगभग 800 करोड़ यात्री सालाना रेलवे का सफर कर रहे हैं. हमें चार से पांच साल में इस क्षमता को बढ़ाकर एक हजार करोड़ करना होगा, क्योंकि जनसंख्या बढ़ रही है.’ उन्होंने कहा, ‘इसके लिए हमें तीन हजार अतिरिक्त ट्रेनों की जरूरत है, जो यात्रियों की इस बढ़ी हुई संख्या को सहूलियत देने में मदद करेंगी.’

यात्रा समय कम करने का भी लक्ष्य
रेलवे सूत्रों के मुताबिक फिलहाल 69 हजार नए कोच उपलब्ध हैं और हर साल रेलवे करीब पांच हजार नए कोच बना रहा है. सूत्रों ने कहा कि इन सभी प्रयासों से रेलवे हर साल 200 से 250 नई ट्रेनें ला सकता है, जो 400 से 450 वंदे भारत ट्रेनों से अलग हैं. ये ट्रेनें आने वाले वर्षों में रेलवे से जुड़ने जा रही हैं. वैष्णव ने कहा कि यात्रा का समय कम करना रेलवे के लिए एक और लक्ष्य है, जिसके लिए मंत्रालय ट्रेनों की गति में सुधार और रेल नेटवर्क का विस्तार करने पर काम कर रहा है.

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