पीएम गतिशक्ति विश्व के लिए भारत की क्रांतिकारी पेशकश है और वैश्विक अवसंरचना के लिए भविष्य की योजना का साधन है: पीयूष गोयल
समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली,11 जनवरी। केन्द्रीय वाणिज्य एवं उद्योग, उपभोक्ता कार्य, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण तथा वस्त्र मंत्री पीयूष गोयल ने पीएम गतिशक्ति की सराहना करते हुए इसे विश्व के समक्ष भारत की क्रांतिकारी पेशकश बताया और कहा कि 18 वर्ष पहले गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की विजनरी सोच से पीएम गतिशक्ति का प्रारंभ हुआ। पीयूष गोयल ने गांधीनगर में 10वें वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल समिट 2024 में ‘पीएम गतिशक्ति: समग्र विकास के लिए सूचित निर्णय लेने’ विषय पर एक संगोष्ठी में मुख्य भाषण देते पीएम गतिशक्ति को न केवल भारत या एशिया में बल्कि विश्व स्तर पर अवसंरचना के लिए भविष्य की योजना का साधन बताया।
पीयूष गोयल ने भारत में अवसंरचना विकास के ऐतिहासिक संदर्भ पर प्रकाश डालते हुए परियोजनाओं में लंबे विलंब और लागत में वृद्धि की पारंपरिक चुनौतियों को रेखांकित किया। उन्होंने अवसंरचना प्रदान करने में औसत कामकाज को अस्वीकार करते हुए उत्कृष्टता और प्रदर्शन के प्रति प्रधानमंत्री के अडिग प्रयास पर बल दिया। पीएम गतिशक्ति के प्रारंभ होने के बारे में मंत्री महोदय ने विनाशकारी भूकंप के बाद गुजरात के पुनर्निर्माण के लिए प्रधानमंत्री के केंद्रित प्रयासों को याद किया। उन्होंने कहा कि गुजरात को एक निवेश गंतव्य के रूप में पुनर्स्थापित करने में अवसंरचना की महत्वपूर्ण भूमिका को स्वीकार करते हुए प्रधानमंत्री ने एक मजबूत अवसंरचना की परिकल्पना की।
पीयूष गोयल ने ‘पीएम गतिशक्ति गुजरात सारसंग्रह’ जारी करते हुए पीएम गतिशक्ति के महत्वपूर्ण परिणामों पर बल दिया। उन्होंने पीएम गतिशक्ति के भीतर अंतर्निहित गतिशीलता, लचीलेपन और तकनीकी कौशल की सराहना की। पीयूष गोयल ने भू-स्थानिक मैपिंग तथा प्रौद्योगिकी-आधारित समाधानों के महत्व को रेखांकित करते हुए परियोजना की गतिशील प्रकृति को रेखांकित किया, जो लगातार विकसित हो रही है और नई डेटा लेयर्स को शामिल करने के लिए अनुकूल है। उन्होंने पीएम गतिशक्ति के माध्यम से अवसंरचना परियोजनाओं की बेहतर योजना, विश्लेषण, निगरानी और कार्यान्वयन को सक्षम करने, डेटा परतों की इंटरकनेक्टिविटी पर प्रकाश डाला।
मंत्री महोदय ने उपभोक्ताओं पर विलंबित परियोजनाओं के होने वाले प्रभाव के बारे में कहा कि अवसंरचना परियोजनाओं में देरी से लागत बढ़ जाती है, जिससे नागरिकों पर वित्तीय बोझ पड़ता है। उन्होंने नागरिकों को अधिकतम लाभ प्रदान करने के लिए तेज, अधिक कुशल और लागत प्रभावी अवसंरचना विकास के लिए पीएम गतिशक्ति के महत्वपूर्ण योगदान का उल्लेख किया। मुंबई ट्रांस हार्बर लिंक परियोजना का उदाहरण देते हुए पीयूष गोयल ने बड़े पैमाने पर अवसंरचना विकास परियोजनाओं की कुशल योजना के लिए पीएम गतिशक्ति द्वारा लाए गए अपार लाभ पर प्रकाश डाला। पीयूष गोयल ने कहा कि पीएम गतिशक्ति भारत की शक्ति का प्रतीक है और राजनीतिक सीमाओं से परे विकास के अवसर प्रदान करते हुए विश्व स्तरीय अवसंरचना विकास के एक नए युग की शुरुआत करता है।
केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने 10वें वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल समिट के सफल आयोजन के पीछे अनुकरणीय प्रयासों की सराहना की और उद्योग तथा आंतरिक व्यापार संवर्धन विभाग (डीपीआईआईटी) की विशेष सचिव (लॉजिस्टिक्स) सुश्री सुमिता डावरा के नेतृत्व में पीएम गतिशक्ति टीम को बधाई दी।
संगोष्ठी में अंतर्राष्ट्रीय संगठनों, उद्योग विशेषज्ञों, राज्य विभागों और पीएम गतिशक्ति नेटवर्क प्लानिंग ग्रुप आदि की भागीदारी देखी गई, जो रचनात्मक संवाद और विचारों के आदान-प्रदान को बढ़ावा देगी, इस परिवर्तनकारी पहल का अधिकतम लाभ उठाने में सहायक होगी।
दिन भर के सेमिनार में (i) एक तकनीकी सत्र, (ii) एक पूर्ण सत्र और (iii) एक पैनल चर्चा शामिल थी। पूर्ण सत्र में, डीपीआईआईटी की विशेष सचिव (लॉजिस्टिक्स) ने “पीएम गतिशक्ति पहल: भारत के अवसंरचना परिदृश्य को बदलना” विषय पर विचार व्यक्त किया और कहा कि 13 अक्टूबर, 2021 को शुरू की गई पहल का उद्देश्य जीवन यापन और व्यापार करने की आसानी में सुधार के लिए अगली पीढ़ी की अवसंरचना का निर्माण करना है। सत्र के दौरान पीएम गतिशक्ति के साथ वित्तीय संस्थानों के सहयोग, राष्ट्रीय लॉजिस्टिक्स नीति, एक्जिम लॉजिस्टिक्स और अवसंरचना की वैश्विक योजना के लिए एक साधन के रूप में पीएम गतिशक्ति पर चर्चा की गई।
इस संगोष्ठी ने विभिन्न क्षेत्रों में प्रगति को आगे बढ़ाने में पीएम गतिशक्ति की महत्वपूर्ण भूमिका को स्वीकार करते हुए रणनीतियों का पता लगाने तथा व्यापक और टिकाऊ विकास के लिए सूचित, डेटा-संचालित निर्णय लेने की संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए प्रमुख हितधारकों को एक साथ लाया। इसने इस परिवर्तनकारी पहल के प्रभाव को अधिकतम बनाने के लिए मूल्यवान अंतर्दृष्टि और सिफारिशें देने में सहायता की, जीवन की आसानी के साथ-साथ व्यवसाय करने में आसानी में सुधार किया।