कांग्रेस नेता राहुल गांधी बंगाल में ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ छोड़कर अचानक क्यों लौटे दिल्ली? क्या है वजह

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समग्र समाचार सेवा                        
नई दिल्ली, 25जनवरी। कांग्रेस नेता राहुल गांधी इन दिनों ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ पर हैं. गुरुवार सुबह असम से बंगाल में प्रवेश करने के कुछ घंटे बाद ही राहुल गांधी ने दिल्ली वापस जाने का फैसला किया. राहुल गांधी विशेष विमान से राष्ट्रीय राजधानी के लिए रवाना हुए. हालांकि कांग्रेस नेता के वापस दिल्ली लौटने के पीछे का सटीक कारण अब तक सामने नहीं आया है. हालांकि पार्टी की राज्य इकाई में ऐसी अटकलें हैं कि मां सोनिया गांधी के कॉल के बाद राहुल गांधी दिल्ली लौटे हैं. ऐसी अफवाहें हैं कि सोनिया गांधी की तबीयत अचानक खराब हो गई, जिसके कारण राहुल गांधी को वापस दिल्ली लौटना पड़ा.

रविवार को बंगाल लौटेंगे राहुल
हालांकि, अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता ने पुष्टि की कि राहुल गांधी रविवार सुबह पश्चिम बंगाल वापस आएंगे और अलीपुरद्वार जिले के फालाकाटा में यात्रा में टीम के साथ शामिल होंगे. ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ गुरुवार सुबह कूचबिहार जिले के बॉक्सिरहाट से होते हुए पश्चिम बंगाल में प्रवेश कर गई. वहां राहुल गांधी का स्वागत राज्य इकाई प्रमुख और पांच बार के लोकसभा सांसद अधीर रंजन चौधरी सहित वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं ने किया.

न्याय यात्रा जलपाईगुड़ी, अलीपुरद्वार, उत्तर दिनाजपुर और दार्जिलिंग जिलों से गुजरेगी और 29 जनवरी को बिहार में प्रवेश करेगी. इसके बाद यात्रा 31 जनवरी को मालदा के रास्ते पश्चिम बंगाल में फिर से प्रवेश करेगी और मुर्शिदाबाद से होकर गुजरेगी तथा एक फरवरी को राज्य से प्रस्थान करेगी. मालदा और मुर्शिदाबाद जिलों को राज्य में कांग्रेस का गढ़ माना जाता है.

यात्रा का पश्चिम बंगाल चरण पांच दिनों में छह जिलों और छह लोकसभा क्षेत्रों – दार्जिलिंग, रायगंज, उत्तर और दक्षिण मालदा और मुर्शिदाबाद में दो संसदीय क्षेत्रों से होकर गुजरेगा जिसके तहत 523 किलोमीटर की यात्रा होगी. अप्रैल-मई 2021 के विधानसभा चुनावों के बाद यह गांधी की राज्य की पहली यात्रा है. यात्रा 14 जनवरी को मणिपुर में शुरू हुई थी और 20 मार्च को यह मुंबई में समाप्त होगी. यात्रा 15 राज्यों के 110 जिलों से गुजरते हुए 67 दिनों में 6,713 किलोमीटर की दूरी तय करने वाली है.

पहले से ही, राज्य कांग्रेस नेतृत्व को रैली के विभिन्न कार्यक्रमों को लागू करने में कुछ प्रशासनिक बाधाओं का सामना करना पड़ रहा है और पार्टी नेताओं को पश्चिम बंगाल में रैली के दौरान आने वाले दिनों में इसी तरह की बाधाओं की आशंका है. संयोग से, बुधवार को, TMC सुप्रीमो और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने एक आधिकारिक घोषणा की कि उनकी पार्टी आगामी लोकसभा चुनावों में पश्चिम बंगाल की सभी 42 संसदीय सीटों पर अकेले चुनाव लड़ेगी. इस बीच, माकपा नेतृत्व ने भारत जोड़ो न्याय यात्रा में अपनी भागीदारी की पुष्टि की है.

(इनपुट: PTI, IANS)

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