ममता बनर्जी और भगवंत मान के बाद अब नीतीश हुए गठबंधन से दूर, नहीं होंगे यात्रा में शामिल

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समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 26 जनवरी। गठबंधन को लेकर कांग्रेस को पश्चिम बंगाल और पंजाब से झटका मिला है। अब राहुल गांधी की भारत न्याय यात्रा में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी शामिल नहीं होने वाले हैं। राहुल गांधी की यात्रा 29 जनवरी को बिहार में पहुंचने वाली है, लेकिन नीतीश कुमार इस दिन खुद एक समारोह में शामिल होने वाले हैं। इस तरह से ममता बनर्जी भगवान मान के बाद अब नीतीश कुमार भी कांग्रेस से दूरी बना रहे है। समिति के इस कदम से ऐसा लग रहा है कि नीतीश कुमार पटना में ही कार्यक्रम में रहने वाले हैं। दरअसल बिहार में सत्ता रूढ़ी महागठबंधन में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है। इसकी वजह से राजद से जदयू की दूरी की चर्चा के बीच बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बुधवार को भी पूर्व मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर के बहाने परिवारवाद पर निशाना साधा और संकेत दिए कि राज्य से उनकी दूरी बढ़ चुकी है।

गठबंधन से दूरी-
आज भारत जोड़ो यात्रा में उनके शामिल न होने के बाद पुष्टि की हो गई की वह गठबंधन से दूरी बना रहे हैं और लोकसभा चुनाव में अपनी राह अलग कर रहे हैं। नीतीश कुमार ने कर्पूरी जयंती समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि कर्पूरी ठाकुर जी ने कभी अपने परिवार को राजनीति में नहीं बढ़ाया। लेकिन आजकल तो कुछ लोग खाली अपने परिवार को ही बढ़ाते हैं। नीतीश कुमार ने किसी का नाम नहीं लिया। लेकिन राजनीति में परिवारवाद को लेकर निशाना साधा।

परिवारवाद पर निशाना-
उन्होंने कहा कि बहुत लोग अपने परिवार को बढ़ाते हैं। लेकिन आप समझ लीजिए जननायक कर्पूरी ठाकुर जी ने कभी अपने परिवार को नहीं बढ़ाया। उन्होंने खुद उदाहरण देते हुए कहा कि हमने खुद परिवार के किसी को आगे नहीं बढ़ाया है। कर्पूरी ठाकुर ने अपने लड़के को नहीं बढ़ाया, जब उनका निधन हुआ तब हम लोगों ने उन्हें आगे बढ़ाया और सम्मान दिया। इससे पहले नीतीश ने कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न दिए जाने पर प्रधानमंत्री मोदी को धन्यवाद कहा।

ममता बनर्जी और भगवंत मान-
इस साल के लोकसभा चुनाव में पश्चिम बंगाल में अकेले चुनाव लड़ने के इरादे पर एक बार फिर से स्पष्ट करते हुए ममता बनर्जी ने बुधवार को कहा कि उन्होंने इस बारे में अपना मन बना लिया है। क्योंकि कांग्रेस के नेतृत्व वाली इंडिया ब्लॉक में उनके सभी प्रस्ताव को खारिज कर दिया गया है। जिसकी वजह से अब वह अकेले ही चुनाव लड़ेंगे। इसके बाद पंजाब में भी भगवंत मान ने अकेले चुनाव लड़ने की घोषणा की है।

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