ब्रिटिश तेल टैंकर को हूती आतंकियों ने निशाना बनाया, फरिश्ता बनकर पहुंची इंडियन नेवी

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समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 27 जनवरी। लंबे समय से लाल सागर में स्थिति संकटपूर्ण बनी हुई है, यहां जहाजों पर लगातार हमले हो रहा है. यमन के हूती विद्रोहियों की ओर से एक बार फिर जोरदार हमला किया गया है. आतंकियों ने एक तेल टैंकर पर मिसाइल से हमला किया, जिससे उसमें आग लग गई. जहाज की तरफ से SOS सिग्नल मिलते ही इंडियन नेवी के मिसाइल डेस्ट्रॉयर INS विशाखापत्तनम ने मौके पर पहुंचकर रेस्क्यू ऑपरेशन चलाकर सभी लोगों को बचा लिया.

इंडियन नेवी ने X के जरिये दी जानकारी
भारतीय नौसेना ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म X के जरिये इस रेस्क्यू ऑपरेशन की जानकारी दी. नेवी ने बताया कि 26 जनवरी की रात में ऑयल टैंकर से डिस्ट्रेस कॉल मिलते ही अदन की खाड़ी में मौजूद हमारे गाइडेड मिसाइल डेस्ट्रॉय INS विशाखापत्तनम ने रिस्पॉन्स दिया और घटनास्थल की तरफ रवाना हो गया. मौके पर पहुंचकर NBCD टीम को आग बुझाने वाले उपकरणों के साथ ऑयल टैंकर पर भेजा गया, जिन्होंने ब्रिटिश जहाज के क्रू के साथ मिलकर आग को बुझा लिया और सभी लोगों को सुरक्षित रेस्क्यू कर लिया.

नेवी ने इस बात की भी पुष्टि की है कि 22 भारतीयों और 1 बांग्लादेशी नागरिक इस ऑयल टैंकर के क्रू मेंबर में शामिल हैं. इसके साथ ही नौसेना ने बताया कि टैंकर को ईरान समर्थित हूती आतंकियों ने यमन से निशाना बनाया है.

ब्रिटिश कंपनी ने घटना के बारे में यह बताया है
वहीं ब्रिटिश ऑयल टैंकर मर्लिन लुआंडा का ऑपरेटर कंपनी तराफीगुरा ने भी हमले की पुष्टि की है. कंपनी ने बताया कि मर्लिन लुआंडा के लाल सागर से गुजरते समय उस पर मिसाइल से हमला किया गया है, जिससे जहाज पर आग लग गई है.

जहाज पर हमला क्यों हुआ?
गौरतलब है कि इजरायल-हमास संघर्ष के बीच हुती विद्रोहियों द्वारा लाल सागर में व्यापारिक जहाजों पर हमले तेज करने पर बढ़ती चिंताओं के बीच यह मिसाइल हमला हुआ है. एडमिरल आर हरि कुमार ने ऐसी समुद्री घटनाओं से सख्ती से निपटने के निर्देश जारी किए हैं.

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