बिरसा मुंडा सेंट्रल जेल भेजे गए झारखंड के पूर्व सीएम हेमंत सोरेन, ED ने 31 जनवरी को किया था गिरफ्तार
समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 15फरवरी। जमीन घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में गिरफ्तार झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (Hemant Soren) की मुश्किलें खत्म होते नहीं दिख रही हैं. ED की रिमांड पूरी होने के बाद हेमंत सोरेने को गुरुवार न्यायिक हिरासत में रांची के होटवार स्थित बिरसा मुंडा सेंट्रल जेल (Birsa Munda Central Jail) भेज दिया गया. इसके पहले उन्हें PMLA कोर्ट के समक्ष पेश किया गया था. PMLA कोर्ट ने उनकी न्यायिक हिरासत की अवधि पहले ही 22 फरवरी तक दी थी. ED ने सोरेन से लगातार तेरह दिनों तक पूछताछ की. पूर्व मुख्यमंत्री की तरफ से पेश हुए महाधिवक्ता राजीव रंजन ने कहा, ‘हेमंत सोरेन को आज विशेष पीएमएलए अदालत में पेश किया गया और उन्हें 22 फरवरी तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया. हम उनके लिए जमानत याचिका दायर करेंगे.’
31 जनवरी की रात गिरफ्तार किए जाने के बाद उन्हें ED ने रिमांड पर लेकर 3 फरवरी से पूछताछ शुरू की थी. अदालत के आदेश पर उनकी रिमांड की अवधि दो बार बढ़ाई गई थी. बता दें कि ED ने रांची के बरियातू में करीब साढ़े 8 एकड़ जमीन के घोटाले में 31 जनवरी को 8 घंटे की पूछताछ के बाद हेमंत सोरेन को गिरफ्तार किया था. उनसे इस जमीन के स्वामित्व, उनके दिल्ली स्थित आवास से BMW कार की बरामदगी, करीबी विनोद सिंह के व्हाट्सएप चैट के बारे में पूछताछ की गई है.
सुप्रीम कोर्ट ने भी मनी लॉन्ड्रिंग मामले में झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की याचिका पर हस्तक्षेप करने से इनकार कर दिया था. सोरेन ने ED द्वारा की गई उनकी गिरफ्तारी को चुनौती दी थी. न्यायमूर्ति संजीव खन्ना, न्यायमूर्ति एमएम सुंदरेश और न्यायमूर्ति बेला एम त्रिवेदी की पीठ ने सोरेन की ओर से पेश वरिष्ठ अधिवक्ताओं कपिल सिब्बल और अभिषेक सिंघवी से राहत के लिए हाईकोर्ट जाने को कहा.