षष्ठी पूर्ति वर्ष के अंतर्गत देश के एक लाख स्थानों पर संगठन को विस्तार देगी विश्व हिन्दू परिषद

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समग्र समाचार सेवा
अयोध्या, 25फरवरी। शनिवार को विश्व हिन्दू परिषद के अतंर्राष्ट्रीय महामंत्री मिलिंद परांडे ने कहा कि विहिप अपने षष्ठी पूर्ति वर्ष के अंतर्गत देश के एक लाख स्थानों पर संगठन को विस्तार देगी, कारसेवकपुरम् में विहिप प्रन्यासी मंडल की महत्वपूर्ण बैठक में हिंदू समाज को संगठित करने तथा देश में चल रहे जनसंख्या असंतुलन, लव जिहाद, विदेशी मुस्लिम घुसपैठ, गुपचुप तरीके से ईसाई मिश्नरियोँ द्वारा चलाये जा रहे अवैध धर्मांतरण जैसे गंभीर विषयों पर मंथन चिंतन करेगी तथा इससे निपटने की कार्ययोजनाओं को मूर्त रूप देगी।

विहिप महामंत्री श्री परांडे श्रीराम जन्मभूमि मंदिर निर्माण कार्यशाला में आयोजित पत्रकार वार्ता में अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने कहा विहिप की यह प्रन्यासी मंडल की आवश्यक बैठक विलंब से और श्रीराम जन्मभूमि मंदिर में विराजमान श्रीराम लला के दिव्य भव्य प्राणप्रतिष्ठा कार्यक्रम के उपरांत अयोध्या धाम में संपन्न होने जा रही है।

उन्होंने कहा संकल्प की सिद्धि का सुखद आनंद सभी ध्येय निष्ठ कार्यकर्ताओं के हृदय को स्वाभिमान और गर्व से झंकृत कर रहा है। यहाँ आयोजित यह षष्ठी पूर्ति वर्ष की बैठक संगठन कार्यकर्ताओं में नवीन ऊर्जा का संचार करने के साथ आगामी कार्यक्रमों की योजना रचना को गति प्रदान करेगी।

उन्होंने कहा इस बैठक में विहिप देश के एक लाख स्थानों पर संगठन विस्तार करने की योजना बनायेगी वहीं देश में षड़यंत्र के तहत हो रहे विदेशी मुस्लिम घुसपैठ के कारण जनसंख्या असंतुलन और बढ़ रहे लवजेहाद तथा ईसाई मिशनरियों द्वारा अवैध रूप से चलाये जा रहे धर्मांतरण जैसी गंभीर साजिशों पर कार्य योजना बनाने पर भी विचार होगा।

उन्होंने बताया प्रत्येक वर्षों की भांति ही इस वर्ष भी विश्व हिंदू परिषद सहित उसके अनुसांगिक संगठनों बजरंग दल, दुर्गावाहिनी और मातृशक्ति के प्रशिक्षण वर्गों का आयोजन भी होगा, वर्ग में देश के हजारों हिन्दू युवा सहभागी बनकर राष्ट्रोत्थान में संकल्पित होंगे।

उन्होंने कहा केंद्र सरकार द्वारा घोषित किये गये सी. ए. ए. कानून के अंतर्गत पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश से आये हुये निर्वासित हिन्दू, जैन, बौद्ध सिख समाज के लोगों को भारत की नागरिकता दिलाने के लिये विहिप पूरी निष्ठा और समर्पण के साथ आगे रहेगी।

उन्होंने कहा विगत दिनों में पश्चिम बंगाल में माता बहनों और साधू-संतों पर जो नृशंस एवं पाश्विक अत्याचार, जेहादी मुस्लिम व अराजक तत्वों द्वारा, पश्चिम बंगाल सरकार तथा स्थानीय प्रशासन के संभावित संरक्षण में किये गये, उसका विश्व हिन्दू परिषद घोर निंदा करती है। उन्होंने कहा विहिप अपराध में लिप्त जेहादी मुस्लिम नरपिशाचों को फांसी देने की जोरदार मांग करती है।

उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल में आस्थिरता का दौर चल रहा है। अपराधी बेखौफ हो चुके हैं। अपराध करने वाले व अत्याचार करने वाले सत्ताधारी दल के कार्यकर्ता हैं। उन्हें सत्ता पक्ष सीधे-सीधे बचा रहा है। उनके अत्याचारी कृत्य को हिन्दू समाज को कभी भूलना नहीं चाहिए।

उन्होंने कहा ऐसी घटनायें भविष्य में दुबारा चुनौती ना देने पायें इसके लिये संपूर्ण हिंदू समाज को एक जुटता के साथ लोकतंत्र को मजबूत करने वाली शक्ति का स्मरण करते हुए हिन्दू हितकारी लोगों को ही सत्ता पर आसीन करना होगा।

उन्होंने समाज का आह्वान करते हुए कहा कि अत्याचार, अनाचार और दुराचार को समाप्त करने के लिये हमें अपने मताधिकार तथा मतदान के कर्तव्य को अधिक से अधिक प्रयोग करना चाहिए। इस निमित्त विहिप की इस बैठक में प्रस्ताव भी लाया जायेगा।

इस बैठक में विश्व हिन्दू परिषद के केंद्रीय अध्यक्ष डॉ. आर.एन. सिंह जी (पद्मश्री), कार्याध्यक्ष व वरिष्ठ अधिवक्ता मा. आलोक कुमार जी तथा विश्व हिन्दू परिषद के उपाध्यक्ष मा. चम्पत राय जी उपस्थित रहेंगे।

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