समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 19 जून। तीसरी बार प्रधानंमंत्री बनने के बाद पीएम मोदी बुधवार को बिहार के दौरे पर पहुंचे . जहां उन्होंने करीब दो हजार साल बाद फिर से पुनर्जीवित नालंदा विश्वविद्यालय का उद्घाटन किया. इससे पहले उन्होंने कैंपस में मौजूद खंडहरों का निरीक्षण किया. नालंदा विश्वविद्यालय का नया परिसर प्राचीन खंडहरों के पास बनाया गया है, इसे नालंदा विश्वविद्यालय अधिनियम, 2010 के तहत स्थापित किया गया था.
नालंदा विश्वविद्यालय के उद्घाटन समारोह में विदेश मंत्री एस जयशंकर समेत 17 देशों के राजदूत भी शामिल हुए. नए परिसर में निर्माण कार्य 2017 में ही शुरू हुआ था. जिसके बाद कई समझौते किए गए.
पीएम मोदी ने कहा,’नालंदा एक पहचान है, एक सम्मान है. नालंदा एक मूल्य है, मंत्र है, गौरव है, गाथा है. नालंदा इस सत्य का उद्घोष है कि आग की लपटों में पुस्तकें भले जल जाएं, लेकिन आग की लपटें ज्ञान को नहीं मिटा सकतीं. ये नया कैंपस, विश्व को भारत के सामर्थ्य का परिचय देगा. नालंदा बताएगा कि जो राष्ट्र, मजबूत मानवीय मूल्यों पर खड़े होते हैं, वो राष्ट्र इतिहास को पुनर्जीवित करके बेहतर भविष्य की नींव रखना जानते हैं.’
नालंदा विश्वविद्यालय के नए परिसर के उद्घाटन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर, बिहार के राज्यपाल राजेंद्र आर्लेकर, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी समेत 17 देशों के राजदूत भी शामिल हुए.