समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली,08 जुलाई। कई बार लोगों के यह समस्या आती है कि अच्छी आदमनी होने के बावजूद उनके पास पैसा टिक नहीं पाता। उनकी जेब में कितना भी पैसा आ जाए, वह खर्च हो जाता है। अगर आपकी भी जेब में पैसा नहीं टिकता तो इसके लिए वास्तु शास्त्र में कुछ उपाय बताए गए हैं। वास्तु के इन उपायों से आपको पैसों की कमी भी नहीं रहेगी और जेब में पैसे भी टिकेगे। वास्तु शास्त्र के मुताबिक, घर के मुख्य दरवाजे की वजह से भी पैसों की तंगी होने लगती है। इसलिए घर के मुख्य गेट को बहुत ही अहम माना जाता है। इसी के जरिए घर में पॉजिटिव और नेगेटिव एनर्जी घर में प्रवेश करती है। इसलिए मेन गेट का वास्तु दोष मुक्त होने
मुख्य द्वार पर लगाएं भगवान गणेश की प्रतिमा:
हिंदू धर्म में गणेशजी को प्रथम पूज्य माना गया है। कोई भी शुभ काम करने से पहले गणेशजी की पूजा अर्चना की जाती है। अगर किसी व्यक्ति के घर में वास्तु दोष है तो घर के मेन गेट पर भगवान श्री गणेश की तस्वीर या चित्र लगाना चाहिए। ऐसे करने से घर में नेगेटिविटी प्रवेश नहीं कर पाती है। साथ ही हर काम में सफलता मिलने के योग और मजबूत हो जाते हैं।
शमी का पौधा:
ज्योतिष शास्त्र में शमी के पौधे को शनिदेव से संबंधित माना जाता है। शमी के दो पौधे अपने घर के मुख्य दरवाजे पर लगाएं और रोज इनमें पानी डालें। ऐसा करने से आपका बुरा समय टल जाएगा। साथ ही नेगेटिविटी भी घर में प्रवेश नहीं कर पाएगी। ऐसा माना जाता है कि शमी के पौधे में पानी डालने से व्यक्ति का गुड लक बढ़ता है और घर परिवार में बरकत बनी रहती है।
घर के दरवाजे पर लिखें शुभ-लाभ:
वास्तु के अनुसार, अपने घर को नकारात्मक ऊर्जा से बचने के लिए घर के मुख्य दरवाजे पर दोनों तरफ शुभ लाभ लिखना चाहिए। ऐसा करना बहुत ही शुभ माना जाता है। इसके अलावा मां लक्ष्मी के पैर की तस्वीर घर के मुख्य दरवाजे पर लगाने से धन दौलत बढ़ती और घर में समृद्धि आती है। साथ ही मेन गेट पर लाल स्वास्तिक बनाना भी शुभ माना जाता है।
सूर्य देव की मूर्ति:
आपको बाजार में सूर्य देव की प्रतिमाएं अलग-अलग धातुओं में बड़ी आसानी से मिल जाएंगी। सूर्य की तांबे से बनी मूर्ति को मेन गेट के ऊपर लगाएं और आता जाते समय सूर्य देव से सुख और समृद्धि के लिए प्रार्थना भी करें। ऐसे करने से व्यक्ति के ग्रहों के दोष दूर होते हैं और घर में सकारात्मक ऊर्जा का वास होता है। ऐसा करने से व्यक्ति को हर परेशानी से मुक्ति भी मिलती है।