समग्र समाचार सेवा
नई दिल्ली, 20 जुलाई। 23 जुलाई को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा पेश किए जाने वाले केंद्रीय बजट 2024 से वेतनभोगी वर्ग को कई महत्वपूर्ण उम्मीदें हैं। वित्त मंत्री से इस बार के बजट में कुछ बड़े और अहम घोषणाओं की उम्मीद की जा रही है, जो देश के मध्यम वर्ग को राहत प्रदान करेंगी।
टैक्स कटौती की उम्मीद
वेतनभोगी वर्ग की सबसे बड़ी उम्मीद टैक्स कटौती को लेकर है। मौजूदा समय में, टैक्स स्लैब में बदलाव की संभावना जताई जा रही है ताकि आम जनता को अधिक राहत मिल सके। माना जा रहा है कि सरकार टैक्स दरों को कम कर सकती है या फिर टैक्स स्लैब को बढ़ा सकती है ताकि अधिक आय वाले लोग भी कम टैक्स दे सकें।
एचआरए में राहत
हाउस रेंट अलाउंस (एचआरए) में भी बदलाव की उम्मीद है। वर्तमान में, किराए पर रहने वाले लोग एचआरए के तहत कुछ निश्चित सीमा तक टैक्स छूट का लाभ उठा सकते हैं। लेकिन बढ़ती महंगाई और उच्च किराए को ध्यान में रखते हुए, सरकार इस सीमा को बढ़ाने पर विचार कर सकती है।
स्वास्थ्य बीमा में छूट
स्वास्थ्य बीमा प्रीमियम पर टैक्स छूट की सीमा को भी बढ़ाने की संभावना है। कोविड-19 महामारी ने स्वास्थ्य बीमा की महत्वपूर्णता को बढ़ा दिया है, और ऐसे में सरकार इस दिशा में कदम उठा सकती है ताकि लोग अधिक स्वास्थ्य बीमा कवर कर सकें।
स्टैंडर्ड डिडक्शन में वृद्धि
वेतनभोगी वर्ग को स्टैंडर्ड डिडक्शन में वृद्धि की भी उम्मीद है। वर्तमान में, यह सीमा 50,000 रुपये है, लेकिन इसे बढ़ाकर 75,000 रुपये या 1 लाख रुपये किया जा सकता है। इससे वेतनभोगी वर्ग को बड़ी राहत मिलेगी।
अन्य महत्वपूर्ण घोषणाएं
- रिटायरमेंट फंड्स में छूट: पेंशन योजनाओं और भविष्य निधि में योगदान पर टैक्स छूट को बढ़ाया जा सकता है।
- शिक्षा ऋण पर ब्याज छूट: उच्च शिक्षा के लिए लिए गए ऋण पर ब्याज छूट की सीमा में वृद्धि की संभावना है।
- महंगाई भत्ता: महंगाई भत्ते में वृद्धि की भी उम्मीद है, जिससे सरकारी कर्मचारियों को राहत मिलेगी।
निष्कर्ष
वेतनभोगी वर्ग के लिए केंद्रीय बजट 2024 से बड़ी उम्मीदें हैं। अगर सरकार इन उम्मीदों पर खरी उतरती है, तो यह न केवल आम जनता को राहत प्रदान करेगा, बल्कि अर्थव्यवस्था को भी गति देगा। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के इस बजट से सभी की निगाहें बंधी हुई हैं, और उम्मीद है कि यह बजट सभी के लिए लाभकारी साबित होगा।